रांची: झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में होने हैं। चुनावों को लेकर राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पार्टियों मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह-तरह की योजनाओं का ऐलान कर रही हैं। इक्यासी सीट वाली झारखंड विधानसभा में कई ऐसी सीटें हैं। जहां पर पुरुषों की तुलना में महिला वोटरों का दबदबा है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की सीट सहित 32 विधानसभा क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की भूमिका निर्णायक हो सकती है। पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की अधिक संख्या वाले 32 निर्वाचन क्षेत्रों में से 26 अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए आरक्षित हैं।
इन सीटों पर महिलाओं की संख्या अधिक है
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। इस निर्वाचन क्षेत्र में 2.25 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 1.15 लाख महिलाएं और 1.09 लाख पुरुष मतदाता हैं। सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में 3.69 लाख से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें 1.83 लाख पुरुष और 1.85 लाख महिला मतदाता शामिल हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार चंपई सोरेन सरायकेला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेताओं के हाथों अपमान और बेइज्जती किये जाने का हवाला देते हुए 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा था। बरहेट और सरायकेला उन 32 विधानसभा सीट में शामिल हैं, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। राज्य में महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक दल कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।