पणजी: भारतीय नौसेना की दो महिला अधिकारियों ने दुनिया पर फतह हासिल करने के लिए कमर कस ली है। भारतीय नौसेना की दो महिला अफसरों लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और रूपा अलीगिरिसामी को पूरे विश्व के एकल नौकायन अभियान के प्रशिक्षण के लिए चुना गया है। यह महिला अधिकारी नाव पर बैठकर दुनिया का चक्कर लगाने के लिए आज रवाना हुईं।
आठ महीने में 21,600 समुद्री मील की यात्रा का लक्ष्य
यह अभियान कितना खतरनाक और चुनौतियों से भरा होगा, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आठ महीने में 21,600 समुद्री मील की यात्रा महिला अधिकारी तय करेंगी। इनकी नाव केप लीउविन, केप हॉर्न और केप ऑफ गुड होप के आसपास के खतरनाक जल मार्ग से होकर जाएगी।
अगले साल पूरी होगी यात्रा
भारतीय नौसेना की दो महिला अफसरों को पिछले साल नवंबर से 17 मीटर के पोत पर प्रशिक्षण दिया जा रहा था। प्रशिक्षण अभियान के तहत उन्होंने अब तक 38,000 समुद्री मील का नौकायन पूरा किया था। अब आखिरकार दोनों अधिकारी असली यात्रा पर निकल गई हैं। इनके अगले साल मई में गोवा लौटने की उम्मीद है।
तारिणी से रवाना
इस ऐतिहासिक यात्रा को पणजी के पास नौसेना महासागर नौकायन नोड ‘आईएनएस मंडोवी’ से रवाना किया गया तथा दोनों अधिकारी भारतीय नौसेना नौकायन पोत (आईएनएसवी) तारिणी पर सवार हुए।नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने दक्षिणी नौसेना कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास और अन्य की उपस्थिति में यात्रा को हरी झंडी दिखाई।
‘हम सभी के लिए एक गर्व का पल’
एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने पत्रकारों से कहा, ‘यह हम सभी के लिए एक गर्व का पल है। भारतीय नौसेना की दो जांबाज अधिकारी कठिन परिस्थितियों से लड़ने के लिए कौशल, साहस की भावना, निडरता और ध्यान तथा क्षमता का प्रदर्शन करेंगी। वहीं, भारतीय नौसेना उनके साहसिक कार्य पर नजर रखेगी। आज यात्रा शुरू करने के लिए हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।’