कोलकाता:पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले की जांच के सिलसिले में माकपा (सीपीएम) युवा नेता मिनाक्षी मुखर्जी आज सीबीआई के सामने पेश हुईं। मिनाक्षी डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) की राज्य सचिव हैं। डीवाईएफआई सीपीआई(एम) की युवा शाखा है। मिनाक्षी मुखर्जी ने कहा कि वह हर तरह से सीबीआई अधिकारियों का सहयोग करेंगी। बता दें कि वह नौ अगस्त को महिला डॉक्टर की हत्या के कुछ घंटों बाद ही मृतक के परिवार से मुलाकात की थीं। सीपीआई(एम) ने बार बार दावा किया कि वामपंथी युवा नेता के प्रयास के कारण अंतिम संस्कार का विरोध किया गया। उसी रात मिनाक्षी मुखर्जी को पुलिसकर्मियों को रोकते हुए देखा गया था।
मिनाक्षी मुखर्जी सीबीआई कार्यालय में दो घंटे बिताईं। बाद में उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि सीबीआई घटनास्थल पर सबूतों से छेड़छाड़ की जांच करे। माकपा की युवा नेता ने कहा, “मैंने जांच अधिकारियों को नौ अगस्त की रात को जो कुछ हुआ उसके बारे में जानकारी दी। मैंने यह भी बताया कि पुलिस शव को कैसे ले गई। अगर जांच को भटकाने की कोशिश की गई तो हम ऐसा नहीं होने देंगे।”