केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों विदेश दौरे पर हैं। जर्मनी का दौरा पूरा करने के बाद वे गुरुवार को जेनेवा पहुंचे। यहां उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की। भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उनके अधिकांश समकक्ष, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति यह जानने में दिलचस्पी रखते हैं कि भारत में क्या हो रहा है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर जारी विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
भारतीय समुदाय से बातचीत के दौरान एस. जयशंकर ने कहा, “मेरे अधिकांश समकक्ष, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति यह जानने में दिलचस्पी रखते हैं कि भारत में क्या चल रहा है। अन्य देश आज हमें दिलचस्पी से देख रहे हैं। हमने जो किया, दुनिया के लिए यह एक सबक है।”
कंधार हाईजैक पर टिप्पणी करने से किया इनकार
वेब सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर जारी विवादों पर जयशंकर ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “मैंने फिल्म नहीं देखी, इसलिए मैं इसपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। 1984 में एक फ्लाइट हाईजैक हुआ था, उस समय मैं एक युवा अफसर था। मैं उस टीम का हिस्सा था, जो इनसे निपट रही थी। हाईजैक के तीन-चार घंटे बाद मैंने अपनी मां को यह कहने के लिए फोन किया कि मैं घर नहीं आ सकता। तब मुझे मालूम चला कि मेरे पिता भी उसी फ्लाइट में थे। हालांकि, किसी की जान नहीं गई। यह काफी दिलचस्प था क्योंकि एक तरफ मैं इस टीम का हिस्सा था जो हाईजैक पर काम कर रही थी और दूसरी तरफ मैं उस परिवार के सदस्यों में शामिल था जो हाईजैक को लेकर सरकार पर लगातार दबाव बना रहे थे।”
बता दें कि जयशंकर ने अपने दौरे की शुरुआत महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देकर की। इससे पहले बुधवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बर्लिन में जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत शुभकामनाएं दीं।