दुनिया के तमाम देशों को अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव का बेसब्री से इंतजार है। वहीं, आज राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। इस डिबेट की शुरुआत में हैरिस और ट्रंप ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया। फिर उपराष्ट्रपति ने एक-एक कर ट्रंप पर इकोनॉमी और गर्भपात नीति समेत कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश की। वहीं पूर्व राष्ट्रपति ने कमला और उनके माता-पिता को माक्सर्वादी करार दिया। हालांकि, इस दौरान हैरिस अपने आपको शांत करने के लिए लगातार मुस्कुरा रही थीं, जबकि ट्रंप भी संतुलन व्यवहार बनाए रखने का प्रयास कर रहे थे।
पहले आए शांति से, फिर बरसे…
बहस के दौरान पूरा माहौल विवाद और आरोपों से भर गया। पहले दावा किया गया कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बड़े ही शांत व्यवहार के साथ आए हैं। हालांकि जैसे ही ट्रंप बहस के मंच पर आए वैसे ही उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी पर हमला करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, ट्रंप ने कमला हैरिस के माता-पिता तक को भी नहीं बख्शा। उन्होंने भारतवंशी नेता को मार्क्सवादी बताया। उसके बाद उनके पिता को भी मार्क्सवादी प्रोफेसर बता दिया।
हैरिस ने नहीं दिया सीधे जवाब
हालांकि, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ट्रंप की तीखी टिप्पणियों का सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया। मगर, उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान चीनी नेता शी जिनपिंग को धन्यवाद देने वाले ट्वीट के लिए ट्रंप की आलोचना करके पलटवार किया। हैरिस ने बहस के दौरान महामारी से जुड़ी उच्च बेरोजगारी दरों के लिए भी ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया।
ट्रंप कभी अपनी बात पर नहीं टिके: डकवर्थ
इलिनोइस की सीनेटर टैमी डकवर्थ ने ट्रंप की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि वह कभी भी अपनी बात पर नहीं टिके हैं। वह बार-बार अपनी बात से मुकरते रहे। जबकि कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम ने उन्हें उबाऊ करार दिया है। डकवर्थ ने हाल ही में आर्लिंगटन विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि ट्रंप सेना के परिवारों का अपमान करते रहते हैं। उन्होंने गोल्ड स्टार परिवारों का अपमान किया है।