भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जीडीपी वृद्धि दर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर दास ने कहा, “इस साल की पहली तिमाही के लिए, रिजर्व बैंक का अनुमान 7.1% की वृद्धि दर का था। लेकिन राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी वास्तविक संख्या 6.7% है। यह 7.1% से कम है।”
उन्होंने कहा, “हालांकि मुझे लगता है कि सभी क्षेत्रों में, पहली तिमाही में विकास दर 7% से अधिक है। दो पहलुओं ने इसे थोड़ा नीचे खींच दिया है, इसमें एक सरकारी व्यय है, जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का व्यय है। चुनावी आचार संहिता जारी होने के कारण इसमें थोड़ी कमी दिखी। दूसरी चीज जो थोड़ी कम रही वह थी कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर, जो लगभग 2% या उससे कम की दर से बढ़ी…।”दूसरी ओर यूपीआई पर बोलते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा उन्हें उम्मीद है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) कई और देशों तक बढ़ेगा।
ओडिशा के पांच दिवसीय दौरे पर आए दास ने कहा कि यूपीआई पहले ही क्यूआर कोड और फास्ट पेमेंट सिस्टम के जरिये कई देशों में मौजूद है और कई अन्य देशों के साथ इस पर चर्चा चल रही है। उन्होंने शुक्रवार शाम को यहां संवाददाताओं से कहा, ”हमें उम्मीद है कि यह वैश्विक स्तर पर और बढ़ेगा और भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचेगा।”
दास ने बुधवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा था कि इस दिशा में पहले से ही भूटान, नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर, यूएई, मॉरीशस, नामीबिया, पेरू, फ्रांस और कुछ अन्य देशों के साथ उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से दुनिया भर में भारत की पहलों को अपनाने के लिए सकारात्मक रुख का पता चलता है।