अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर जितेंद्र कुमार ने खुद पर दायर चार्जशीट पर संज्ञान के खिलाफ रिवीजन दायर किया है। प्रोफेसर पर दो वर्ष पहले कक्षा में देवी-देवताओं को लेकर अमर्यादित पाठ पढ़ाने के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। उसी मामले में पुलिस ने आरोप पत्र दायर किया था। इस रिवीजन याचिका पर 22 अगस्त को सुनवाई की तारीख नियत थी। मगर अब 6 सितंबर की तारीख नियत कर दी गई है।
एमबीबीएस तृतीय वर्ष की कक्षा में पढ़ाई के दौरान प्रोफेसर जितेंद्र कुमार ने देवी देवताओं को लेकर अमर्यादित पाठ पढ़ाया था। प्रोजेक्टर पर पढ़ाई का स्क्रीन शॉट कक्षा से बाहर आने पर बखेड़ा हुआ था। इस मामले में एएमयू के पूर्व छात्र भाजपा नेता डॉ. निशित शर्मा ने सिविल लाइंस थाने में 6 मई 2022 को मुकदमा दर्ज कराया था।
विवेचना में सिविल लाइंस के एसआई नौशाद खां द्वारा आरोपी के बयान दर्ज किए तो उन्होंने खुद अपने बयान में इस तरह का पढ़ाना स्वीकारा और एएमयू को लिखित में माफीनामा दिया। इसके अलावा पुलिस ने क्लास में मौजूद कुल 43 छात्र-छात्राओं में से अधिकांश के बयान दर्ज किए। मजबूत तथ्यों के आधार पर आरोप पत्र तैयार किया गया था, जिसमें प्रोजेक्टर का स्क्रीन शॉट व पैन ड्राइव आदि लगाई गई थी।
इस मामले में शासन से अनुमति के आधार पर अदालत में चार्जशीट दायर की गई। जिस पर निचली अदालत ने संज्ञान लिया। अब इसी संज्ञान के खिलाफ प्रोफेसर की ओर से अपर सत्र न्यायालय तृतीय में रिवीजन दायर किया है। जिसमें अदालत द्वारा संज्ञान को गलत बताते हुए उसे खारिज करने का अनुरोध किया गया है। रिवीजन के खिलाफ वादी डॉ निशित की ओर से भी पैरवी की जा रही है। 22 अगस्त को अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा।