मुरादाबाद: ठाकुरद्वारा में नर्स से दुष्कर्म के आरोपी डॉ. शहनवाज के अस्पताल के लाइसेंस और डिग्री की जांच स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। अस्पताल के लाइसेंस में खुद को डॉक्टर नहीं, मालिक दर्शाया है। इसी कारण उसकी डिग्री भी सवालों के घेरे में आ गई है।
डीएम अनुज सिंह ने बताया कि नर्स के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद सीएमओ को उसकी डिग्री और अस्पताल के लाइसेंस की जांच करने के निर्देश दिए गए। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उसने लाइसेंस में खुद को अस्पताल का मालिक दर्शाया है।
लाइसेंस में लिखा है कि उसके अस्पताल में दो अन्य डॉक्टर तैनात हैं। उन डाॅक्टरों के बारे में भी सीएमओ की टीम जानकारी इकट्ठा कर रही है। अभी तक प्रतीत हो रहा है कि डॉक्टर के पास डिग्री नहीं है। आरोपी डॉक्टर की बीयूएमएस डिग्री भी अभी तक किसी संस्था से प्रमाणित नहीं हुई है।
समझा जा रहा है कि डिग्री में भी गड़बड़ी है। मुकदमे में आरोपी आशा कार्यकर्ता मेहनाज को भी नोटिस जारी किया गया है। शीघ्र ही उसे नौकरी से हटाया जाएगा। इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। प्रत्येक बिंदुओं पर जांच चल रही है।
इधर ठाकुरद्वारा की एसडीएम मनी अरोरा ने बताया कि जांच करने पर पता चला कि शहनवाज किराए के कमरों में अस्पताल चलाता था। पुलिस की विवेचना में भी नए तथ्य आने की संभावना है।
निजी अस्पतालों के संपर्क में रहने वाली आशा वर्करों की होगी जांच
एबीएम अस्पताल में स्टाफ नर्स से दुष्कर्म के मामले में स्वास्थ्य विभाग की आशा मेहनाज भी आरोपी है। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। विभागीय छवि खराब होने के कारण अब अधिकारी ऐसी आशाओं के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी में हैं, जो निजी अस्पतालों के संपर्क में रहती हैं।