वाराणसी: गंगा के जलस्तर में लगातार चौथे दिन भी बढ़ाव का सिलसिला जारी है। गंगा अब चेतावनी बिंदु की ओर बढ़ रही है। 24 घंटे में जलस्तर में 26 सेंटीमीटर का बढ़ाव दर्ज किया गया। रविवार की सुबह गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा में एक बार फिर से उफान के कारण तटवर्ती इलाकों में रहने वाले और वरुणा के निचले इलाकों में रहने वालों के माथे पर चिंता की लकीरें फिर से गहरी हो गई हैं।
मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार में परेशानी हो रही है। रैंप डूबने के कारण हरिश्चंद्र घाट की गलियों में शवदाह शुरू हो गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रविवार को गंगा का जलस्तर 67.52 मीटर पहुंच गया था। पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ाव हो रहा है। कानपुर और प्रयागराज में गंगा उफान पर हैं। घाटों का आपसी संपर्क टूटा हुआ है। एक बार फिर से जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों के लोगों की चिंताएं भी बढ़ी हैं।
केंद्रीय जल आयोग की मध्य गंगा डिवीजन की फ्लड बुलेटिन के अनुसार गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। शनिवार को सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 67.16 मीटर था जो रविवार को सुबह आठ बजे तक 67.42 मीटर पर पहुंच गया। रविवार को शाम को जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई। जलस्तर चेतावनी बिंदु से 2.74 मीटर और खतरे के लाल निशान (71.26 मीटर) से 3.74 मीटर दूर है।