कोलकाता: कोलकाता पुलिस ने सात दिन के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास विरोध प्रदर्शन और सभा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसे लेकर भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने ममता सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टर के लिए हम न्याय की मांग कर रहे हैं। सरकार के इस कदम से हम डरने वाले नहीं हैं।
भाजपा विधायक ने कहा कि टीएमसी सरकार ने लोकतंत्र पर हमला किया है। सार्वजनिक समारोहों और विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाकर सरकार हमारे मौलिक अधिकारों पर अंकुश लगा रही है। साथ ही सच्चाई को दबाना चाहती है। मगर हम डरेंगे नहीं। अगर ममता बनर्जी सोचती हैं कि वे हमारी भावना को कुचल सकती हैं और हमें न्याय मांगने से रोक सकती हैं, तो आप गलत हैं।
पॉल ने सीएम ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने रेप-हत्या को आत्महत्या बताकर छिपाने की कोशिश की, लेकिन सच्चाई सामने आ गई। पुलिस आयुक्त विनीत गोयल शर्मनाक प्रयास में हर कदम पर आपके सहयोगी रहे। भाजपा विधायक ने कहा कि जब झूठ उजागर होने लगा, तो ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवार को पैसे की पेशकश की। जैसे न्याय खरीदा जा सकता है या चुप कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस के आदेश को अदालत में चुनौती दी जाएगी।
उन्होंने ममता बनर्जी को चेताया कि अगर वह अत्याचार के इस रास्ते पर चलती रहेंगी, तो हम सविनय अवज्ञा आंदोलन की भावना को दोबारा जीवित करेंगे। हम शांतिपूर्वक इन अन्यायपूर्ण आदेशों की अवहेलना करेंगे और विरोध करने के अपने अधिकार का दावा करेंगे। उन्होंने कहा कि न्याय की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक लोगों की आवाज नहीं सुनी जाती। लोग जाग रहे हैं, और वे निरंकुशता को अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल ने शनिवार को जारी एक आदेश में कहा था कि कोलकाता में रैलियां, बैठकें, जुलूस, धरना, प्रदर्शन और पांच या अधिक व्यक्तियों की गैरकानूनी सभा पर प्रतिबंध है।