नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वायनाड दौरे पर शनिवार को कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि वायनाड में भूस्खलन से करीब 300 लोगों की मौत हो गई। हमारी मांग थी कि इस घटना को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। आज प्रधानमंत्री ने वायनाड का दौरा किया है। अच्छा होगा अगर वह मणिपुर भी जाएं।
‘जनता के मुद्दों को नहीं सुन रही सरकार’
कांग्रेस सासंद रमेश ने कहा, “बजट से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। संसद के दोनों सदनों में विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने जनता की चिंताओं और मुद्दों को उठाया। हम यह बताने में सफल रहे कि बजट में क्या दावे किए गए थे और हकीकत क्या है। (नेता प्रतिपक्ष) राहुल गांधी ने किसानों और युवाओं के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। कई प्रतिनिधिमंडल राहुल गांधी से मिल रहे हैं, क्योंकि सरकार की तरफ से उनकी कोई नहीं सुन रहा है। लोग चिंतित हैं कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है।”
‘सर्वदलीय बैठक में क्यों नहीं आते पीएम मोदी?’
उन्होंने आगे कहा, सरकार ने एक अच्छा कदम उठाते हुए सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें विदेश मंत्री ने बांग्लादेश के हालात से विपक्ष को अवगत कराया। लेकिन, अच्छा होता अगर पीएम मोदी भी बैठक का हिस्सा होते। उन्होंने पूछा, 26 मार्च 1971 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में शामिल क्यों नहीं होते? वह कितनी बार संसद आते हैं?
पीएम के खिलाफ दिए विशेषाधिकार हनन के नोटिस
रमेश ने कहा, “इस सत्र में जब राहुल गांधी संसद को संबोधित कर रहे थे तो वह (पीएम) उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने के लिए दो बार खड़े हुए थे। मैंने प्रधानमंत्री के खिलाफ दो विशेषाधिकार हनन नोटिस दिए। लोकसभा में उन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। राहुल गांधी को लेकर अनुराग ठाकुर की टिप्पणी को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया था। लेकिन उन टिप्पणियों को पीएम मोदी ने ट्वीट किया था।” उन्होंने कहा, “मैंने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भी विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दायर किया।”