केरल : केरल सरकार ने राज्य के पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र में अवैध मानव बस्तियों के विस्तार और खनन की अनुमति दी, जिससे वायनाड जिले में विनाशकारी भूस्खलन की घटना हुई। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को यह बात कही।
यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने मानव बस्तियों की अनुमति देते समय मिट्टी की स्थलाकृति, चट्टान की स्थिति, भू-आकृति विज्ञान और पहाड़ी ढलानों व वनस्पति संरचना जैसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय कारकों की उपेक्षा की। उन्होंने कहा कि अत्यधिक बारिश के कारण यह घटना हुई। मंत्री ने कहा कि हिमालय की तरह पश्चिमी घाट भी देश के सबसे नाजुक क्षेत्रों में से एक हैं। उन्होंने ऐसी आपदाओं को रोकने के लिए ठोस प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, केरल सरकार भी इसे सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है।