रांची: झारखंड विधानसभा में इन दिनों जमकर राजनीतिक वार-पलटवार का दौर देखा जा रहा है। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने मुखिया और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के वापस लौटने के बाद से विपक्ष पर जमकर हमले कर रही है। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल भी तमाम मुद्दों को लेकर सदन में सरकार को लगातार घेर रहे हैं।
भाजपा नेताओं के हंगामे के कारण सदन स्थगित
इस कड़ी में आज झारखंड भाजपा के विधायकों ने सदन में जमकर शोर-शराबा किया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कई मुद्दों पर जवाब मांगा। वहीं इस जोरदार हंगामे के बीच स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी। इसके बावजूद भाजपा के विधायक वेल में ही विरोध प्रदर्शन करते रहे।
सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर कसा तंज
दरअसल प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने से युवाओं को पांच लाख नौकरियां देने के उनके वादे के बारे में जानना चाहा। इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया कि उनके जेल से बाहर आने के बाद से विपक्ष असहज हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा लेकिन मैं उन्हें आश्वस्त करता हूं कि मैं नौकरियों समेत विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दूंगा और उचित आंकड़ों के साथ उन्हें संतुष्ट करूंगा।
नारेबाजी करते हुए वेल में घुसे भाजपा के नेता
वहीं लंच से पहले सीएम सोरेन से अपने प्रश्नों का उत्तर देने की मांग करते हुए भाजपा सदस्य वेल में आ गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। इस सबके बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 12.30 बजे लंच के लिए स्थगित होने तक जारी रही। वहीं दोपहर 2.10 बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई और सरकार ने तकनीकी कारणों से अगस्त 2023 में राज्य विधानसभा में पेश किए गए अपने कारखाना (झारखंड संशोधन) विधेयक, 2023 को वापस ले लिया।