अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिवस बाघों के संरक्षण और उनकी घटती संख्या के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। बाघ हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और उनकी रक्षा करना न केवल जैव विविधता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है, बल्कि यह पर्यावरण संतुलन के लिए भी महत्वपूर्ण है।
वर्तमान में मध्य प्रदेश बाघों की संख्या को लेकर पहले स्थान पर है। उसके बाद कर्नाटक और उत्तराखंड का स्थान है। भारत में 53 टाइगर रिजर्व हैं, जहां आप रोमांचक सफर पर जा सकते हैं। देश का सबसे बड़ा टाइगर सफारी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में फैला नागार्जुन सागर श्रीशैलम टाइगर रिजर्व है, जो पांच जिलों में फैला है। वहीं देश का सबसे छोटा टाइगर सफारी महाराष्ट्र में बोर टाइगर रिजर्व है, हालांकि असम के ओरंग टाइगर रिजर्व का कोर क्षेत्र सबसे छोटा है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर देश के पांच मशहूर टाइगर सफारी के बारे में जान लीजिए।
जिम कार्बेट नेशनल पार्क, उत्तराखंड
मशहूर प्राणी उद्यानों में से एक जिम कार्बेट नेशनल पार्क है जो कि उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है। यह देश का पहला टाइगर रिजर्व भी है। यहां कई खूबसूरत हिमालयन पशु-पक्षियों को देखने जा सकते हैं।
पेरियान टाइगर रिजर्व, केरल
केरल के इडुक्की जिले में पेरियाम टाइगर रिजर्व स्थित है, जो कि लगभग 305 स्क्वायर किलोमीटर में फैला है। इस पार्क में बाघ के अलावा कई खूबसूरत पशु पक्षियों के साथ शानदार नजारे देख सकते हैं।
सरिस्का टाइगर रिजर्व, राजस्थान
सरिस्का टाइगर रिजर्व राजस्थान के अलवर जिले में हैं। यहां आप बाघों को नजदीक से देख सकते हैं। इस उद्यान में आपको तेंदुआ, खरगोश, लंगूर और चीतल जैसे कई जानकार बेहद करीब से देख सकते हैं।
सुंदरवन टाइगर रिजर्व, पश्चिम बंगाल
सुंदरवन नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व पश्चिम बंगाल में गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी का डेल्टा क्षेत्र में स्थित है, जहां 100 से भी ज्यादा बंगाली टाइगर मौजूद हैं. ऐसे में सुंदरवन की सैर के दौरान आप न सिर्फ ढेर सारे बाघों का दीदार कर सकते हैं, बल्कि मगरमच्छ समेत कई अन्य जानवरों को भी नजदीक से देख सकते हैं.