कोलकाता: पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता कुणाल घोष ने विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार कल्याण चौबे पर चुनाव जीतने में उनका समर्थन लेने के लिए रिश्वत की पेशकश करने का आरोप लगाया है। हालांकि, उपचुनाव से पहले भाजपा उम्मीदवार ने घोष के इस आरोप को निराधार बताया है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव होना है। इनमें रायगंज, रानाघाट दक्षिण, बागदा और मानिकतला शामिल हैं। कोलकाता के मानकितला से भाजपा उम्मीदवार कल्याण चौबे मैदान में हैं। चुनाव से पहले टीएमसी नेता घोष ने चौबे पर रिश्वत की पेशकश करने का गंभीर आरोप लगाया है। घोष ने कहा, प्रचार समाप्त हो चुका है। भाजपा उम्मीदवार चौबे समझ गए हैं कि वह चुनाव हारने वाले हैं। सात जुलाई की रात साढ़े 11 बजे भाजपा उम्मीदवार ने फोन कॉल कर मुझसे समर्थन मांगा, यह अच्छी तरह जानते हुए भी कि मैं मानिकतला उपचुनाव के लिए सीएम द्वारा गठित कोर कमेटी का संयोजक हूं। घोष ने आरोप लगाया कि समर्थन के बदले अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष चौबे ने कहा कि वह मुझे राज्य या राष्ट्रीय स्तरीय खेल संगठन में शामिल कराने का प्रयायस करेंगे। टीएमसी नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि कल्याण चौबे अपने राजनीतिक लाभ के लिए एआईएफएफ अध्यक्ष के आधिकारिक पद का दुरुपयोग कर रहे हैं।
हालांकि, कल्याण चौबे ने टीएमसी नेता के इन आरोपों को निराधार बताया। चौबे ने आरोपों की सफाई में कहा कि उन्होंने घोष को उम्मीदवार के रूप में वोट मांगने के लिए फोन किया था। उन्होंने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा, “यह सिर्फ एक शिष्टाचार कॉल था और बातचीत को रिकॉर्ड करना और संपादित संस्करण जारी करना अपराध है। उन्होंने खुद पहले भाजपा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी। मैंने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग नहीं किया है। उन्होंने ऑडियो क्लिप को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है।