लखनऊ: एडीजी आगरा जोन की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने अभी अपनी जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी है। बता दें कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर एडीजी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट घटना के 24 घंटे बाद दी थी, जिसके बाद योगी ने आगे की जांच करके दोबारा रिपोर्ट देने को कहा था। सूत्रों की मानें तो एसआईटी की रिपोर्ट मिलने पर उसे न्यायिक जांच आयोग के साथ साझा किया जाएगा, जिसके बाद आयोग आगे की कार्रवाई शुरू करेगा।
वहीं दूसरी ओर हाथरस कांड की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग ने पुलिस विभाग से घटना से संबंधित समस्त जानकारी, अब तक जुटाए गये सुबूतों, मृतकों एवं घायलों का नाम-पता और आरोपियों की जानकारी मांगी है। आयोग ने शुक्रवार को राजधानी के विकास भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष का निरीक्षण किया और अधिकारियों को बाकी संसाधन भी मुहैया कराने के निर्देश दिए।
बता दें कि आयोग का कैंप कार्यालय हाथरस में भी बनाया जाएगा, जहां पर संबंधित पक्षों और पीड़ितों का बयान दर्ज होगा। आयोग ने बृहस्पतिवार को राजधानी के डालीबाग स्थित नैमिषारण्य राज्य अतिथि गृह में अपनी पहली बैठक की थी, जिसमें आयोग के अध्यक्ष एवं इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव और पूर्व आईपीएस भवेश कुमार सिंह, आईजी कानून-व्यवस्था एलआर कुमार, प्रमुख सचिव संसदीय कार्य जेपी सिंह मौजूद थे। वहीं आयोग के सदस्य सेवानिवृत्त आईएएस हेमंत राव ने दिल्ली में होने की वजह से वर्चुअली बैठक में हिस्सा लिया था।