उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस उत्पीड़न से परेशान तीन दिन में दो सगे भाइयों ने आत्महत्या कर ली। खंदौली थाना क्षेत्र के रुपधनू गांव के रहने वाले थे। मंगलवार सुबह से गांव में तनावपूर्ण स्थिति है। शव के अंतिम संस्कार से पहले ग्रामीण मृतक आश्रितों को नौकरी और जमीन के पट्टे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहें हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए की फौरी तौर पर आर्थिक मदद की घोषणा की है। क्षेत्रीय भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आर्थिक मदद का चैक देने रुपधनू पहुंचे। जहां परिजनों ने सिर्फ चेक लेने से इंकार कर दिया।
प्रशासन के लोगों ने समझाने का प्रयास किया। दोपहर साढ़े तीन बजे तक परिजन शव के अंतिम संस्कार को तैयार नहीं हुए थे। उनका कहना है कि इंसाफ चाहिए। अन्तिम संस्कार से पहले चाहिए। पुलिस को लेकर ग्रामीणों में खासा रोष है। पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। आक्रोशित परिजन को तमाम नेता और अफसर मनाने के प्रयास में लगे हैं।
जेल जाएंगे इंस्पेक्टर और दरोगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश लेकर रुपधनू पहुंचे भाजपा से क्षेत्रीय विधायक डॉ धर्मपाल सिंह ने कहा कि सीएम योगी ने स्पष्ट कहा कि आरोपी इंस्पेक्टर व दरोगा जेल जाएंगे। सख्त कारवाई होगी। लापरवाही बरतने वाले अन्य पुलिस कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ भी कारवाई होगी। इंस्पेक्टर मुकेश कुमार व दरोगा हरिओम अग्निहोत्री के खिलाफ बरहन में सोमवार देर रात केस दर्ज हो गया।
सोमवार शाम 4 बजे होमगार्ड प्रमोद ने आरोपी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध करवाई नहीं होने से हताश होकर पेड़ पर फंदे से लटक गया था। शनिवार प्रमोद के छोटे भाई संजय ने सादाबाद पुलिस उत्पीड़न से तंग होकर आत्महत्या की थी। तीन दिन में दो भाइयों की मौत से गांव में मातम और रोष पसर गया है।