बरेली: बरेली में पीलीभीत बाईपास के किनारे प्लॉट पर कब्जे को लेकर शनिवार की सुबह पुलिस के सामने खुलेआम फायरिंग, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना हुई। दबंगों के दो गुटों में हुए संघर्ष में सौ राउंड गोलियां चलीं, जिससे पूरे शहर में दहशत फैल गई थी। बाईपास पर एक घंटे तक दबंगों का कब्जा रहा। इस गोलीकांड की गूंज लखनऊ तक पहुंची। मुख्यमंत्री कार्यालय व डीजीपी ने घटना की रिपोर्ट तलब की है। इधर, देर रात तक पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गोलियां बरसाने वाला ललित सक्सेना मुठभेड़ में पकड़ा गया। उसके पैर में गोली लगी है। मामले में 12 नामजद और 150 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
सीओ तृतीय अनीता चौहान के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रात में राजीव राणा व उसके करीबियों के घर दबिश दी। देर रात तक पुलिस ने राजीव राणा के चौपुला निवासी शिवकुमार, मुड़िया अहमद नगर निवासी रविंद्र व सनोज, सैनिक कॉलोनी निवासी संदेश, कृष्णानगर कॉलोनी निवासी पंकज गुप्ता, जोगी नवादा के ओमकार राठौर को गिरफ्तार कर लिया।
घायलों में शामिल में राजेंद्रनगर निवासी रोहित कुमार, संजयनगर का रोहित ठाकुर और इंदिरा नगर का संजय उर्फ संजू पुलिस की निगरानी में है। इनके चेहरों का भी सीसीटीवी व वीडियो फुटेज से मिलान कर लिया गया है, जिसमें वे मौके पर बवाल करते नजर आ रहे हैं। तीन लग्जरी कारें भी जब्त की गई है।
वहीं दूसरे पक्ष के आदित्य उपाध्याय व उसके बेटे अविरल उपाध्याय की गिरफ्तारी दिखाई गई है। आईजी रेंज डॉ. राकेश सिंह ने एसएसपी को जांच के निर्देश दिया है। आईजी ने बताया कि और भी पुलिसकर्मी या अधिकारी दोषी मिले तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि घटना के बाद एसएसपी ने लापरवाही बरतने पर इंस्पेक्टर और दरोगा समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था।
बवाल के बाद देर रात 2.15 बजे दबिश के दौरान कलापुर नहर के पास हुई मुठभेड़ में आरोपी ललित सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया गया। इज्जतनगर क्षेत्र के मठ लक्ष्मीपुर निवासी ललित राजीव राणा गुट का सदस्य है। सीओ तृतीय अनीता ने कहा कि आरोपी के पैर में गोली लगी है। इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुबह हुए बवाल में वह भी शामिल था। उसने फायरिंग भी की थी।
फायरिंग कांड का मुख्य आरोपी माना जा रहा कृष्णपाल यादव उर्फ केपी यादव कस्बा रिठौरा के मोहल्ला खाता से लगातार दूसरी बार सभासद है। गोलीकांड में नामजद होने के बाद शनिवार को एसओजी दिनभर उसकी तलाश करती रही, लेकिन वह हाथ नहीं आया। देर रात पुलिस ने आरोपी की कार को लाकर हाफिजगंज थाने में खड़ा करा दिया।