बुधवार को विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने नौसेना के ड्रोन, हवाई ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों का उपयोग करके लाल सागर में ट्यूटर जहाज को निशाना बनाकर सैन्य अभियान चलाया था। समुद्री सुरक्षा फर्म एम्ब्रे ने जानकारी दी थी कि जहाज पर विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाह शहर होदेदा से 68 समुद्री मील (126 किलोमीटर) दक्षिण पश्चिम में हमला हुआ।
सना से सरकार को 2014 में हटा दिया गया। इसके बाद सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ हूती ने नवंबर से लाल सागर और अदन की खाड़ी में जहाजों पर कई ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि वे गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के दौरान फिलिस्तीनियों के समर्थन में महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग को परेशान कर रहे हैं।
ब्रिटेन की रॉयल नेवी द्वारा संचालित यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने कहा कि होदेदा से 66 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में एक जहाज को एक छोटे जहाज ने पीछे से टक्कर मार दी। वही यूकेएमटीओ ने कहा कि जहाज पानी में डूबा हुआ था और चालक दल के नियंत्रण में नहीं था। उन्होंने बताया कि जहाज पर दूसरी बार एक अज्ञात हवाई प्रक्षेपास्त्र से हमला हुआ, सैन्यकर्मी सहायता में लगे हुए हैं।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि ट्यूटर पर एक हूती ’मानवरहित सतही जहाज ने हमला किया था, जिससे गंभीर बाढ़ आ गई और इंजन कक्ष को नुकसान पहुंचा। सेंटकॉम जो कि ब्रिटिश सेना के साथ मिलकर लाल सागर में हुए हमलों के जवाब में विद्रोहियों के कब्जे वाले यमन में हमले कर रहा है। कहा कि उसने पिछले 24 घंटों में तीन जहाज रोधी मिसाइल लांचर और एक हूती ड्रोन को नष्ट कर दिया है।