अभिनेता से राजनेता बने सुरेश गोपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री के रूप में शपथ लेने के अगले दिन चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने संकेत दिया है कि उन्हें जल्द ही मंत्री पद की जिम्मेदारी से मुक्त किया जा सकता है। गोपी ने 2024 के संसदीय चुनावों में त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी और केरल से भाजपा के पहले लोकसभा सांसद बनकर इतिहास रच दिया था।
सुरेश गोपी के मंत्री पद छोड़ने की बात पर कुछ मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि उन्होंने फिल्म साइन कर रखी हैं, जिस कारण से वो पद की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। वहीं कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वे मंत्रियों के पोर्टफोलियो के आने का इंतजार कर रहे हैं। उसके बाद सोच विचार का फैसला करेंगे। हालांकि कुछ समय पहले उन्होंने बयान दिया था कि वे मंत्री पद नहीं चाहते हैं, वे बिना पद के ही लोगों की सेवा करना चाहते हैं।
दरअसल, गोपी चुनावों के दौरान केरल के लिए ‘मोदीयूड गारंटी’ (मोदी की गारंटी) वादे का चेहरा बन गए थे। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया। उन्होंने रविवार को राष्ट्रपति भवन में शपथ ली। 65 वर्षीय अभिनेता ने 2024 के लोकसभा चुनावों में त्रिशूर की संसदीय सीट जीती। यहां उन्होंने अधिवक्ता और सीपीएम उम्मीदवार वीएस सुनीलकुमार को 74,686 मतों से हराया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दिसंबर में त्रिशूर में अपना पहला चुनावी रोड शो किया था और बाद में प्रधानमंत्री ने गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर में गोपी की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए निर्वाचन क्षेत्र का एक और दौरा भी किया था।
इससे पहले चुनावी नतीजों पर उन्होंने कहा था कि मैं बहुत खुश हूं। जो असंभव था, वह शानदार तरीके से संभव हो गया। यह 62 दिनों की चुनावी प्रक्रिया नहीं थी, यह पिछले 7 वर्षों से भावनात्मक यात्रा थी। मैं पूरे केरल के लिए काम करता हूं। मेरी पहली पसंद एम्स बनवाना होगा । सुरेश गोपी के अलावा वरिष्ठ भाजपा नेता जॉर्ज कुरियन को भी रविवार को राज्य मंत्री के रूप में मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया।