इस्राइल ने सोमवार को गाजा में बंधक बने चार लोगों की मौत हो जाने की घोषणा की। पिछले कुछ समय से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा उल्लेखित युद्ध विराम और बंधक रिहाई समझौते की योजना पर संदेह और अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा था। यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को इस्राइल की तीन चरणीय योजना बताई थी।
दरअसल इस्राइल पर युद्ध विराम समझौते, बंधक रिहाई समझौते को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। वहीं इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार 7 अक्तूबर को जारी हुआ यह युद्ध तब तक जारी रहेगा। जब तक कि वे अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाते। वे हमास की सैनय और शासन क्षमताओं का विनाश चाहती है।
विकसित देशों के समूह जी-7 के बयान के अनुसार वे जो बाइडन के प्रस्तुत किए गए समझौते का पूरी तरह समर्थन करते हैं। हमास ने इसे स्वीकार करने का आह्वान किया है। इस्राइल की सेना ने 7 अक्तूबर को गाजा में बंधक बनाए गए चार लोगों की मृत्यु की घोषणा की। जो कि चैम पेरी, योराम मेट्जगर, अमीरम कूपर और नादाव पोपलवेल हैं।
वहीं ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि उन्हें इस्राइली-ब्रिटिश पॉपलवेल की मृत्यु पर बहुत दुख है। उन्होंने यह भी कहा कि हम हमास से सभी बंधकों को वापस भेजने की मांग दोहराते रहे हैं। वहीं इस्राइली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमारा आंकलन है कि वे चारों हमास के खिलाफ हमारे अभियान के दौरान मारे गए।
वहीं सोमवार को सेना ने कहा था कि उन्हें इस्राइल में पैरामेडिक डोलेव येहुद का शव मिला था। हालांकि उनको बंधक माना जा रहा था , लेकिन उनकी मृत्यु 7 अक्तूबर को हो गई थी। हमास ने शुक्रवार को कहा था कि बाइडन के प्रस्ताव को सकारात्मक रूप से देख रहे हैं, लेकिन उनकी रुकी वार्ता पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की। न ही मध्यस्थ कतर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका ने किसी नई वार्ता के लिए घोषणा नहीं की है।