Friday , November 22 2024
Breaking News

मोहब्बत के नाम पर पड़े इंडी गठबंधन को वोट, यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का साक्षात्कार

कांग्रेस को मिली सीटों से पार्टी के कार्यकर्ता और नेता उत्साहित हैं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि उनको जो वोट मिले हैं वो देश के लोगों ने मुहब्बत के नाम पर दिए हैं। दिन में जैसे जैसे परिणाम आते थे पार्टी के मुख्यालय पर ढोल नगाड़े बजते रहे। इस दौरान भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी ने अमर उजाला डॉट कॉम से बात की। श्रीनिवास कहते हैं कि देश के लोगों ने जो वोट दिए हैं वो जनता का जनादेश है। बाकी भाजपा ने जैसा बोया था वैसा ही काटा है। वह कहते हैं कि अभी सियासत में बड़ी तस्वीर दिखने वाली है। पेश हैं श्रीनिवास से हुई बातचीत के अंश।

सवाल: जो परिणाम आ रहे हैं वो आपकी और पार्टी कितने उम्मीदों पर कितने खरे हैं।
जवाब: पूरा खरा है। जो राहुल गांधी ने बोला था वही हुआ है। देश के लोगों ने मोहब्बत के नाम पर वोट दिया है। भाजपा ने जो देश के जो हालात बनाए वो सबके सामने है।

सवाल: एक्जिट पोल के अनुमान गलत साबित होते दिख रहे हैं। हालांकि सरकार बनाने वाले नम्बर एनडीए के पास दिख रहे हैं।
जवाब: मैं पहले ही कह रहा था कि नतीजे अनुमानों से अलग होंगे। जो अब दिख रहे हैं। नम्बर की सियासत आप आगे देखते जाइए।

सवाल: लेकिन आंकड़े अभी भी आपके पक्ष में उस तरह नहीं हैं जिससे सरकार बन सके।
जवाब: आप इंतजार करो। जितने नम्बर हमारे पास आ रहे हैं वो परिवर्तन के लिए पर्याप्त है। बहुत कम मार्जिन है।

सवाल: भाजपा ने चार सौ पार की बात कही थी। लेकिन अब जो नम्बर दिख रहे हैं वो बहुत कम हैं।
जवाब: चार सौ पार ये चंडीगढ़ मेयर चुनाव के परिणामों के तर्ज पर कर रहे थे। लेकिन जनता ने एक्सपोज कर दिया। अब सब नम्बर हमारे और आपके सामने हैं।

सवाल: किन मुद्दों पर आपको लगता है कांग्रेस और गठबंधन को वोट मिले।
जवाब: जनता के मुद्दों पर। हम उन मुद्दों के साथ जनता के बीच में गए जो उनके वास्तविक मुद्दे थे। लोगों ने मुहब्बत के नाम पर जमकर वोटिंग की।

सवाल: अपने कहा कि परिवर्तन होगा और सरकार आप बनाएंगे। लेकिन अभी नम्बर नहीं दिख रहे हैं आपके पास। फिर किस तरह के परिवर्तन की बात कर रहे हैं। क्या और दल भी आपके संपर्क में हैं। या आपकी पार्टी या गठबंधन संपर्क कर रहे हैं।
जवाब: सियासत में सब संभव है। शाम तक पूरे परिणाम आने के बाद पार्टी की बैठके होंगी। उसके बाद सियासी तस्वीर पूरी तरह से साफ हो जाएगी।