गर्मियों में निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन) के खतरे से बचे रहने के लिए खूब पानी पीते रहना जरूरी है। आप आहार में कुछ फलों-सब्जियों को शामिल करके भी शरीर में पानी की कमी को दूर कर सकते हैं। आहार विशेषज्ञ बताते हैं, गन्ने के जूस का सेवन भी गर्मी के मौसम में सेहत को ठीक रखने में मददगार हो सकता है। गन्ने के जूस से न सिर्फ शरीर हाइड्रेट रहता है साथ ही त्वरित रूप से ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने, पाचन को ठीक रखने और लू से बचने में भी इसके लाभ हो सकते हैं। पर क्या डायबिटीज के शिकार लोग भी गन्ने का जूस पी सकते हैं? गन्ने में प्राकृतिक शर्करा होती है तो क्या मधुमेह के शिकार लोगों को इसका सेवन करना चाहिए? क्या गन्ने के जूस से ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा होता है? आइए जानते हैं।
गन्ने के जूस के फायदे
आहार विशेषज्ञ बताते हैं, गन्ने के रस में प्राकृतिक शर्करा होती है। इसके साथ ही इसमें पानी, फाइबर और पोषक तत्वों की श्रृंखला भी होती है। अध्ययनों में पाया गया है कि ये जूस फेनोलिक और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट का भी एक अच्छा स्रोत है, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। गर्मियों में इसके सेवन से शरीर को तेजी से ऊर्जा प्राप्त होती है। क्या इससे ब्लड शुगर भी बढ़ जाता है?
क्या कहती हैं आहार विशेषज्ञ?
आहार विशेषज्ञ गरिमा चंदेला बताती हैं, गन्ने के रस में शर्करा की मात्रा अधिक होती है। अनियंत्रित मधुमेह की समस्या वाले या फिर जो लोग इंसुलिन शॉट्स लेते हैं उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। यदि आपका शुगर लेवल सामान्य रहता है तो सप्ताह में एक बार इसका सेवन किया जा सकता है। सामान्य ब्लड शुगर वाले लोगों के लिए सप्ताह में एक-दो बार लगभग 200 मिलीलीटर गन्ने के रस का सेवन करने से कोई नुकसान नहीं होता है।
डायबिटीज में गन्ने के जूस का सेवन
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताती हैं, जिन लोगों के ब्लड शुगर की रीडिंग (HbA1C रीडिंग) 6 से कम है और वह इंसुलिन नहीं लेते हैं तो शरीर के लिए आवश्यक ग्लूकोज की पूर्ति गन्ने के जूस से कर सकते हैं। इसमें फाइबर की मात्रा भी होती है जिसे डायबिटीज रोगियों के लिए जरूरी माना जाता है। ये शरीर को हाइट्रेट रखने में भी मददगार है , ऐसे में सामान्य शुगर लेवल वाले लोग इसका कम मात्रा में सेवन करके स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स का रखें ध्यान
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, डायबिटीज के रोगियों को अपने आहार को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। आहार में उन चीजों का चयन करें जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) 55 से कम होता है। वैसे तो गन्ने के रस का जीआई 43 है, जो मधुमेह रोगियों के लिए उचित हो सकता है हालांकि हमेशा इसका कम मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।