कोलकाता: संदेशखाली के स्टिंग वीडियो मामले में टीएमसी भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत करने की तैयारी कर रही है। संदेशखाली के स्टिंग वीडियो में एक नेता ने कथित तौर पर स्वीकार किया कि संदेशखाली की साजिश शुभेंदु अधिकारी ने रची थी और महिलाओं से दुष्कर्म के आरोप मनगढ़ंत थे। उल्लेखनीय है कि हाल ही में एक कथित वीडियो सामने आया है, जिसमें संदेशखाली में भाजपा मंडल अध्यक्ष गंगाधर कायल होने का दावा करने वाले व्यक्ति ने बताया कि संदेशखाली की पूरी साजिश के पीछे पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी शामिल हैं।
शुभेंदु अधिकारी पर लगे आरोप
एक मीडिया चैनल द्वारा यह स्टिंग ऑपरेशन किया गया था। इस वीडियो में कायल को कहते हुए सुना जा सकता है कि संदेशखाली में यौन उत्पीड़न की शिकायतें शुभेंदु अधिकारी के कहने पर दर्ज की गईं। वीडियो के सामने आने के बाद टीएमसी भाजपा पर हमलावर है। वहीं बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का आरोप है कि स्टिंग ऑपरेशन फर्जी है और इसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से बनाया गया है। सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि संदेशखाली का स्टिंग वीडियो साजिश के तहत जारी किया गया है, उन्होंने चुनाव के समय इस वीडियो के सामने आने पर सवाल उठाए। सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह वीडियो संदेशखाली की सच्चाई दबाने के लिए टीएमसी नेताओं ने ही जारी किया है। इस वक्त स्टिंग क्यों किया गया, जब चुनाव चल रहे हैं? लोग राजनीतिक रूप से परिपक्व हैं और उन्हें बेवकूफ बनाना आसान नहीं हैं।
संदेशखाली मामले की जांच सीबीआई कर रही
उल्लेखनीय है कि संदेशखाली में टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं के खिलाफ कई महिलाओं का यौन शोषण करने और स्थानीय लोगों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने के आरोप लगे थे। इस मामले को लेकर बंगाल की राजनीति में काफी हंगामा हुआ। भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और आखिरकार फरार चल रहा टीएमसी नेता शाहजहां शेख गिरफ्तार हुआ। शाहजहां शेख ईडी टीम पर हमले का भी आरोपी है। संदेशखाली मामले की जांच फिलहाल सीबीआई द्वारा की जा रही है।