‘बाजीगर’ अब्बास-मस्तान के करियर की हिट फिल्मों में से एक है। यह वही फिल्म है, जिससे अभिनेत्री काजोल ने सफलता की सीढ़ी पर चढ़ना शुरू किया था। फिल्म में उनकी और शाहरुख खान की जोड़ी को लोगों को ने खूब पसंद किया था। काजोल को बड़ी फिल्म भी मिल गई और वह चल भी गई, लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था। खुद अब्बास-मस्तान की ओर से एक साक्षात्कार में, काजोल की फिल्म में एंट्री को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है।
काजोल को फिल्म में नहीं चाहते थे नदीम-श्रवण
‘बाजीगर’ फिल्म का संगीत नदीम-श्रवण ने तैयार किया था। दोनों नहीं चाहते थे कि काजोल इस फिल्म में काम करे। उन्होंने अब्बास-मस्तान से पूछा भी था कि क्या वह फिल्म में काजोल की जगह किसी और को ले सकते हैं। इस पर अब्बास-मस्तान ने साफ मना करते हुए कहा था कि फिल्म बनेगी तो उसमें काजोल रहेगी। नदीम-श्रवण भी अपनी बात पर अड़े हुए थे। उन्होंने भी निर्देशक से कह दिया था कि अगर फिल्म में काजोल रहेगी तो वे काम नहीं करेंगे।
नदीम-श्रवण को थी काजोल की मां से दिक्कत
अब्बास-मस्तान ने बताया कि नदीम-श्रवण की काजोल और उनकी मां के साथ बनती नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नदीम-श्रवण ने काजोल की डेब्यू फिल्म ‘बेखुदी’ में संगीत दिया था। इस फिल्म के बाद एक बार वे दोनों काजोल के घर गए थे, जहां उन्हें काजोल की मां तनुजा का व्यवहार पसंद नहीं आया था। बस, इसी बात से नाराज होकर नदीम-श्रवण ने तय किया कि वे कभी भी काजोल के साथ काम नहीं करेंगे।
और फिर हुई अनु मलिक की एंट्री
नदीम-श्रवण के फिल्म छोड़ने के बाद अब्बास-मस्तान ने अनु मलिक को संगीत तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। अनु मलिक के संगीत ने कमाल कर दिया। सभी जानते हैं कि इस फिल्म के गाने कितने ज्यादा हिट हुए थे। अनु ने ‘बाजीगर ओ बाजीगर’, ‘ये काली काली आंखें’, ‘ऐ मेरे हमसफर’ और ‘किताबें बहुत सी’ जैसे हिट गाने बनाए थे। इस फिल्म में काजोल और शाहरुख खान के अलावा शिल्पा शेट्टी ने भी अभिनय किया था।