नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना की तारीफ करते हुए कहा कि हाल के दिनों में नौसेना ने चमत्कार किया है। राजनाथ सिंह ने नौसेना के रणनीतिक समुद्री मार्गों पर विभिन्न देशों के व्यापारिक जहाजों की मदद के संबंध में ये बात कही। एक इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना, सेना की थिएटर कमांड स्थापित करने, रक्षा निर्यात में बढ़ोतरी और चीन के साथ जारी विवाद पर बेबाकी से बात की। तो आइए जानते हैं कि विभिन्न मुद्दों पर क्या बोले राजनाथ सिंह-
‘नौसेना ने चमत्कार किया’
पिछले कुछ महीनों में भारतीय नौसेना ने पश्चिमी हिंद महासागर, अदन की खाड़ी, अरब सागर और लाल सागर के आसपास रणनीतिक रूप से अहम जलमार्गों पर कई व्यापारिक जहाजों को हमलों से बचाया और उन्हें मदद पहुंचाई। बीते महीने ही हूती विद्रोहियों ने पनामा का झंडा लगे तेल टैंकर पर हमला किया था, लेकिन भारतीय नौसेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए टैंकर को बचाया। इस टैंकर पर 22 भारतीयों समेंत 30 चालक दल के सदस्य मौजूद थे। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘नौसेना ने चमत्कार किया है और इसके लिए वह बधाई की पात्र है।’
भारतीय नौसेना ने जनवरी से अब तक कई जहाजों पर समुद्री डाकुओं के हमलों के विफल किया है। इस्राइल हमास युद्ध शुरू होने के बाद हूती विद्रोही लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय जल मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है। ऐसे हालात में भारतीय नौसेना कई जहाजों को हमलों से बचा चुकी है और हिंद महासागर के साथ ही अरब सागर और अदन की खाड़ी में अहम खिलाड़ी बनकर उभरी है। भारतीय नौसेना द्वारा एक और विमानवाहक पोत की मांग की जा रही है। इस पर रक्षा मंत्री ने कहा कि नौसेना की मांग पर सकारात्मकता के साथ विचार किया जा रहा है। अभी नौसेना के पास दो विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत हैं, लेकिन चीन की बढ़ती चुनौती को देखते हुए नौसेना एक और विमानवाहक पोत की मांग कर रही है।
रक्षा निर्यात में हुई बढ़ोतरी
राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत का सालाना रक्षा बजट 21 हजार करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। उन्होंने कहा कि अगले पांच से छह वर्षों में इसे 50 हजार करोड़ रुपये के पार ले जाने का लक्ष्य है। अग्निपथ योजना को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि अभी तक इस योजना के संतोषजनक नतीजे मिले हैं और सरकार इस योजना में शामिल युवाओं के भविष्य के लिए कई और कदम उठा रही है।