कोलकाता: क्या संदेशखाली में महिलाओं पर हुए उत्पीड़न पूरी तरह से सुनियोजित थे? ये सवाल इसिलए उठ रहे हैं क्योंकि शनिवार को संदेशखाली उत्पीड़न मामले में एक वीडियो के वायरल हो रहा है। संदेशखाली में दुष्कर्म के आरोप पूरी तरह से सुनियोजित थे? गुप्त कैमरे से कैद किए गए वीडियो में एक स्थानीय भाजपा नेता को यही बात कहते हुए सुना जा सकता है। हालांकि अमर उजाला इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता।
तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला
वायरल वीडियो में एक व्यक्ति यह स्वीकार करता हुआ सुनाई दे रहा है कि बलात्कार सहित विभिन्न आरोप योजना के अनुसार लगाए गए थे। वीडियो में उनकी पहचान संदेशखाली 2 ब्लॉक के भाजपा के ‘मंडल अध्यक्ष’ गंगाधर कयाल के रूप में हुई है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं, भाजपा ने मामले में थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की बात कही है। अमर उजाला ने इस बारे में जानकारी के लिए संबंधित लोगों से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो सका।
भाजपा ने कहा- वीडियो में दिख रहा व्यक्ति सिर्फ समर्थक
कहा जा रहा है कि वीडियो संदेशखाली में एक छिपे हुए कैमरे के माध्यम से रिकॉर्ड किया गया था। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में दिख रहे गंगाधर का घर संदेशखाली के सिंहपारा इलाके में है। स्थानीय भाजपा नेतृत्व का दावा है कि वह मंडल अध्यक्ष नहीं हैं। सिर्फ उनकी पार्टी के समर्थक हैं। भाजपा के बशीरहाट संगठनात्मक जिला उपाध्यक्ष विवेक रॉय ने भी दावा किया कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं।