नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना कांग्रेस के सदस्यों को दूसरा नोटिस जारी किया है। तेलंगाना कांग्रेस के चार सदस्यों को बुधवार को बुलाया गया था। जो पेश नहीं हुए थे। जांच अधिकारी ने बताया कि हम फिर से कोर्ट से सामने पेश होंगे। वे बुधवार को पेश नहीं हुए समन तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस के चार सदस्यों शिव कुमार अंबाला, अस्मा तसलीम, सतीश मन्ने और नवीन पेटम को जारी किया था। इनको सीआरपीसी की धारा 91 और 160 के तहत समन जारी किया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को सीआरपीसी की धारा 91 और 160 के तहत नोटिस जारी किया दाता है तो उस व्यक्ति को न केवल कोर्ट के सामने पेश होना होता है बल्कि कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। रेड्डी के वकील जांच अधिकारी के सामने पेश हुए और उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता न तो वीडियो बनाया है और न ही उसे साझा किया है।
फर्जी वीडियो पर क्या बोले रेड्डी
कर्नाटक के सेडम में एक रैली को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट किया गया था। इस वजह से दिल्ली पुलिस के जवान नोटिस लेकर तेलंगाना कांग्रेस दफ्तर पहुंच गए। वे तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने आए थे। इसका क्या मतलब है, अब पीएम मोदी चुनाव जीतने के लिए दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल करेंगे। ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई खत्म हो गए हैं क्या। यहां कोई डरने वाला नहीं है। हम ऐसे लोग हैं, जो जवाब देते हैं। तेलंगाना और कर्नाटक चुनाव में भाजपा को निश्चित रूप से हार मिलेगी।
दो मई को होना था पेश
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से जुडे डीपफेक मामले से जुड़े तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी और चार अन्य नेताओं के कानूनी सलाहकार को दिल्ली पुलिस ने तलब किया था। उन्होंने दिल्ली पुलिस के सामने पेश होने के लिए कुछ समय मांगा है। वहीं आईएफएसओ झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया है, जिसमें उन्हें 2 मई को हर हाल में उपस्थित होने को कहा गया है।
पुलिस ने फर्जी वीडियो पर क्या कहा
वहीं दिल्ली पुलिस ने इस फर्जी वीडियो मामले में कहा है कि पहले देखा जाएगा कौन व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होता है और कौन ई-मेल के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया देता है। उनकी प्रतिक्रिया और उपस्थिति के अनुसार ही जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।