नरेन्द्र नाथ
देश में कई लोगों को स्मृति दोष हो गया जो 2014 से पहले की तमाम बातों को भूल चुके हैं। उन्हें लगता है कि 2014 के बाद ही देश में कोई महा-मानव अवतरित हुए और उसे पहले देश में दानवों का राज था। सही बात है कि हर निजाम की अपनी खासियत-गुण-दुर्गुण रही है। ब्लैक-ह्वाइट में चीजें नहीं हो सकती है। निश्चित तौर पर पहले कई गलतियां हुई होंगे। आज भी हो रही होगी। उसी तरह पहले भी कुछ अच्छी चीजें होती रही होगी। आज भी हो रही है। और कल भी ऐसा होगा। यह अंतहीन बहस-विषय है जिस पर सकारात्मक बहस होनी चाहिए।
लेकिन सीधे तौर पर ऐसे समय में विरासत-सफर को खारिज किया जा रहा है। ऐसे लोगों को याद दिलाने के लिए आज से सीरिज शुरू कर रहा हूं कि 2014 से पहले देश ने अपने सफर में क्या देखा है। 1-2014 से पहले देश ने शोेले जैसी फिल्म देख ली थी जिसका जोड़ आज तक नहीं बन पाया है
2-2014 से पहले राकेश शर्मा चांद से अपने देश के बारे में कह चुके थे- सारे जहां से अच्छा, हिंदोस्ता हमारा
3-2014 से पहले देश ने पोलियो को खदेर दिया थ और बैशाखी मुक्त भारत हो गया था
4- 2014 से पहले सचिन तेंदुलकर 100 इंटरनेशनल सेंचुरी मार कर गॉड बन चुके थे
5-2014 से पहले भारत ने पाकिस्तान को तीन बार खदेड़ कर उन्हें अपनी औकात दिखा दिया था
6-2014 से पहले जेआरडी ने देश में टाटा जैसी कंपनी निर्जन इलाके में खोल दी थी जो विश्व की सबसे बड़ी कंपनी बन गयी थी
7-2014 से पहले हमने पंजाब-असम जैसे राज्यों में आतंकवाद के दौर को डेमोक्रेटिक प्रक्रिया से समाप्त होते देखा
8-1952 से लेकर 2014 तक देश की इकोनॉमी 1 लाख करोड़ से बढ़कर 60 लाख करोड़ तक पहुंच गयी और विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बन चुकी थी
9-2014 से पहले हम दो बार विश्व कप क्रिकेट जीत चुके थे। पूरा देश एक हैप्पी फेमिली की तरह इसे सेलेब्रेट कर चुका था
10- 2014 से पहले देश ने हालीवुड के फिल्म से भी सस्ते बजट में मंगल मिशन लांच कर दिया था।