मणिपुर से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार थौनाओजाम बसंत कुमार सिंह का कहना है कि भाजपा एकजुट मणिपुर चाहती है और राज्य में किसी भी समुदाय को अलग प्रशासन का अधिकार नहीं दिया जाएगा। बसंत कुमार मणिपुर के कानून मंत्री भी है और लोकसभा चुनाव में अंदरुनी मणिपुर सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं। बसंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस मुकाबले में कहीं नहीं हैं और भाजपा आराम से जीत दर्ज करेगी।
‘भाजपा ने मणिपुर को बचाया’
बसंत सिंह ने कहा कि ‘भाजपा ने ही भावी पीढ़ियों के लिए मणिपुर को बचाया है।’ राज्य में हिंसा के बाद कुकी-जो समुदाय द्वारा अलग प्रशासन की मांग पर उन्होंने कहा कि ‘हम एक पार्टी और सरकार के तौर पर एकजुट मणिपुर के पक्ष में हैं। किसी भी तरह का बंटवारा नहीं होने दिया जाएगा। हम ऐसे ही सदियों से रह रहे हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस और जर्मनी में युद्ध हुआ था, लेकिन आज दोनों करीबी सहयोगी हैं।’
बसंत सिंह ने कहा कि लोग यह बात स्वीकार करते हैं कि अगर मणिपुर शांति की राह पर आगे बढेगा तो सिर्फ भाजपा ही उसे यह राह दे सकती है। कांग्रेस बुरी तरह असफल रही है। मणिपुर में जब 15 साल कांग्रेस की सरकार रही, तब भी कई अप्राकृतिक मौतें हुईं। 1800 से ज्यादा मामलों की अब जांच चल रही है। बसंत सिंह मैतई वर्ग के हैं भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। उनके पिता थौनाओजम चौबा सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री भी रहे हैं। अभी बसंत सिंह राज्य के विष्णुपुर जिले की नामबोल सीट से विधायक हैं।
विपक्ष, भाजपा सरकार पर मणिपुर संकट को ठीक तरह से हैंडल न करने का आरोप लगाता है। इन आरोपों पर बसंत सिंह ने कहा कि सरकार ने समय से मणिपुर में हस्तक्षेप किया, जिसकी वजह से राज्य में हालात बेहतर हुए हैं और जनता भी ये बात जानती है। हमारी प्राथमिकता राज्य में शांति स्थापित करना है। भाजपा मणिपुर की अंदरुनी इंफाल सीट से चुनाव लड़ रही है, लेकिन पार्टी ने बाहरी मणिपुर सीट पर अपनी सहयोगी पार्टी नगा पीपल्स फ्रंट को समर्थन दिया है।