विटामिन-डी की हमारे शरीर को नियमित रूप से जरूरत होती है। ये न सिर्फ हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक माना जाता है, साथ ही कोशिकाओं को स्वस्थ रखने, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी विटामिन-डी जरूरी है। सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहना शरीर के लिए विटामिन-डी की जरूरतों को पूरा करने का सबसे कारगर तरीका हो सकता है। हालांकि गर्मी के दिनों में जब सूर्य की तेज काफी बढ़ जाती है, ऐसे में भी क्या हमें सूर्य के संपर्क में रहने की जरूरत होती है?
अध्ययनकर्ताओं ने बताया, सूर्य की रोशनी से न सिर्फ हमें विटामिन-डी प्राप्त होता है साथ ही ये हमारे मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए भी जरूरी माना जाता है। सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहने से ब्रेन में हैपी हार्मोन सेरोटोनिन की मात्रा बढ़ती है जो हमें खुशी का एहसास कराता है। तो क्या अप्रैल-मई के महीने में भी हमारे लिए धूप में समय बिताना जरूरी है?
विटामिन-डी और सूर्य की रोशनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जब भी आप सूर्य के बारे में सोचते हैं, तो पहला विचार इससे त्वचा को होने वाले नुकसान के बारे में आता है। कई अध्ययनों में भी कहा जाता रहा है कि सूर्य के अधिक संपर्क में रहने के कारण त्वचा कोशिकाओं की क्षति और यहां तक कि कैंसर का भी जोखिम हो सकता है। विटामिन-डी की हमें निरंतर आवश्यकता होती है इसलिए सूर्य की रोशनी भी जरूरी है। पर गर्मी के दिनों में इसको लेकर कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है।
सुबह के समय सूर्य की रोशनी लेना लाभकारी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, गर्मी के दिनों में विटामिन-डी की पूर्ति के लिए भी सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहना जरूरी है। इसके लिए सुबह के समय की रोशनी को सबसे फायदेमंद माना जाता है। मार्निंग वॉक के समय में 5-10 मिनट सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहकर इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
हालांकि दिन के समय में धूप में जाने के कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं, इसलिए गर्मियों में सुबह के समय धूप लेना शरीर के लिए विटामिन-डी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त माना जा सकता है।