देश का एयरलाइन उद्योग फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा में टाटा समूह की स्वामित्व वाली विस्तारा एयरलाइन है। विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय होना है, पर इस विलय से पहले एयरलाइन की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। पिछले कुछ दिनों में विस्तारा के विमानों के रद्द होने और देरी से चलने की खबरें आ रही है। एयरलाइन को बीते कुछ दिनों में अपनी उड़ानों की संख्या को अस्थाई रूप से कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सोमवार को विस्तारा की विमानों के साथ क्या हुआ?
सोमवार को विस्तारा एयरलाइन की लगभग 50 उड़ानें रद्द की गई है। वहीं लगभग 160 के करीब विमान देरी से उड़े। सूत्रों को आशंका है df मंगलवार को करीब 70 उड़ानें रद्द हो सकती हैं। अगर ऐसा होता है विस्तारा के यात्रियों को भारती परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार विस्तारा एयरलाइन 300 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन करती है। विमानन कंपनी प्रभावित यात्रियों का बैकलॉग हटाने के लिए घरेलू मार्गों पर बड़े आकार के ड्रीमलाइनर और एयरबस ए321 तैनात करने की योजना बना रही है।
विमानों के रद्द होने का एयर इंडिया के साथ होने वाले मर्जर से क्या संबंध है?
एयर इंडिया में विस्तारा के विलय की प्रक्रिया चल रही है। इस विलय से पहले विमानन कंपनी के परिचालन में आ रही दिक्कतों को इस मर्जर से भी जोड़कर देखा जा रहा है। विस्तारा एयरलाइन के कर्मचारियों में इस बात को लेकर असंतोष है कि मर्जर के बाद उनके वेतन में कटौती हो सकती है। हाल के महीनों में कई पायलट्स ने बीमार होने की भी जानकारी दी है। ऐसी स्थिति में चालक दल की अनुपलब्धता विमानों के देर होने और रद्द होने का कारण बनी है। विशेष रूप से पिछले 2-3 दिन एयरलाइन के लिए चिंताजनक रहे हैं। इस दौरान सोशल मीडिया पर शिकायतों की बाढ़ आ गई है।सोमवार शाम को एयरलाइन ने परिचालन में बाधा आने की खबरों को स्वीकार भी किया। हालांकि मुंबई में सोमवार को अन्य एयरलाइनों की उड़ानों में भी 30-40 मिनट की देरी हुई, लेकिन इसकी वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंबई यात्रा से जुड़ी वीवीआईपी गतिविधियों को माना गया।