लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। बावजूद इसके कांग्रेस की पांरपरिक मानी जाने वाली रायबरेली और अमेठी में अब भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं हो पाई है। बुधवार देर शाम कांग्रेस ने यूपी से चार प्रत्याशी घोषित तो किए हैं लेकिन इस लिस्ट में एक बार फिर से रायबरेली और अमेठी का नाम नहीं है।
अमेठी और रायबरेली का नाम लिस्ट में ना होने से इन क्षेत्रों के कार्यकर्ता निराश होने के साथ असमंजस की स्थिति में हैं। पार्टी के पदाधिकारी सिर्फ वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं। अमेठी और रायबरेली दोनों क्षेत्रों के नेता प्रियंका गांधी सहित दूसरे वरिष्ठ नेताओं से मिलकर गांधी परिवार के ही व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने की बात कह चुके हैं।
कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि वरुण गांधी इंडिया गठबंधन से अमेठी से उम्मीदवार हो सकते हैं। पीलीभीत की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद इन बातों को बल मिला है कि वरुण प्रत्याशी हो सकते हैं। कांग्रेस अमेठी और रायबरेली में कोई बड़ा नाम भी ला सकती है इस बात की संभावनाएं बरकरार हैं।
कांग्रेस की बैठक में अमेठी और रायबरेली पर चर्चा नहीं
लोकसभा चुनाव के लिए 8वीं सूची से पहले बुधवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने काफी मंथन किया। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश गोवा, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, तमिलनाडु की लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में 40 नामों पर मंथन किया गया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अमेठी और रायबरेली सीट पर इस बैठक में भी चर्चा नहीं की जा सकी। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक 31 को होगी।