Breaking News

मुख्य सचिव बनाम दिल्ली सरकार, सिसोदिया बोले- बीजेपी के गुंडे कुछ कर्मचारियों को भड़का कर विरोध करा रहे हैं

नई दिल्ली। दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल के घर पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ कथित बदसुलूकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब मुख्य सचिव से बदसलूकी के आरोपों के बीच अरविंद केजरीवाल के मीडिया सलाहकार ने सचिवालय में दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन और आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान से मारपीट का आरोप लगा दिया है. आरोप है कि दोनों से दिल्ली सचिवालय में हाथापाई की गई.

इस दोतरफा आरोप-प्रत्यारोप के बीच दिल्ली सरकार और उसके अधिकारी आमने-सामने आ गए हैं. इस घटना के विरोध में दिल्ली के अफसर हड़ताल का एलान करके पीछे जरूर हट गए हैं, लेकिन उन्होंने ये धमकी जरूर दी कि वो दफ्तर जाएंगे, लेकिन काम नहीं करेंगे. जबकि जिस विधायक पर मुख्य सचिव के साथ बदसुलूकी का आरोप है उन्होंने मुख्य सचिव के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर दी.

LIVE UPDATES:

05.20 PM: उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली के मुख्य सचिव के सभी आरोपों को खारिज किया और बेबुनियाद बताया. सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी के गुंडे कुछ कर्मचारी को भड़का कर प्रोटेस्ट करवा रहे हैं. ये लोग दिल्ली सरकार के काम को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं. राशन को लेकर कैबिनेट बैठक होने वाली थी लेकिन नहीं हो पाई.

04.20 PM: आशीष खेतान ने कहा- दिल्ली सचिवालय जहाँ से दिल्ली सरकार चलती है, जहाँ पर CM बैठते है वहाँ पर दिल्ली पुलिस द्वारा उन गुंडों को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया, मुझे बचाने के लिए भी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया, सारी फुटेज CCTV में है,
दिल्ली पुलिस ने अब तक क्या कार्यवाही की?

04.15 PM: आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशीष खेतान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिल्ली पुलिस पर जल्द कार्रवाई ना करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ”हमारे साथ बदसलूकी हुई. क्या वे कर्मचारी थे? या फिर बाहर के लोग थे? वो सभी लोग सचिवालय में अंदर कैसे आए? कौन इन्हें प्रवोक कर रहा है और किसकी शह पर ये लोग ऐसा कर रहे हैं. अभी तक दिल्ली पुलिस ने क्या कार्रवाई की है? दिल्ली सचिवालय के अंदर लोगों ने मंत्रियों पर हमला किया.  क्या किसी और राज्य के सचिवालय में मंत्रियों पर हमला हो जाएगा और सीसीटीवी में सब कैद होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं होगी और कोई गिरफ्तारी नहीं होगी. मैंने गृहमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया है जहां उन्होंने पहले ही तय कर लिया है कि कौन दोषी है. और फिर कहते हैं कि कि जांच के आदेश दिए हैं. पहले पता करना चाहिए था कि किसकी गलती है और किसकी नहीं है. उसके बाद देश के गृहमंत्री होते ही आपको फैसला करना चाहिए था.”

03:35 PM गृह मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि दिल्ली के मुख्य सचिव के साथ जो हुआ है उससे वो गहरे तकलीफ में हैं. सिविल सर्विसेस के अधिकारियों को पूरे सम्मान और बेखौफ काम करनी की आजादी होनी चाहिए.

02:53 PM  कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन का कहना है कि इस पूरी घटना के पीछे अरविंद केजरीवाल हैं, क्योंकि वो सरकार चलाने में नाकाम साबित हुए हैं.

02:53 PM दिल्ली के ओखला से आप के विधायक अमानतुल्लाह खान का कहना है कि ये आरोप गलत है कि विधायकों ने मुख्य सचिव से धक्का मुक्की की.

02:10 PM – इस मामले में बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की

पूरा मामला

सबसे पहले दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की तरफ से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर बदसलूकी का आरोप लगाया गया. आरोप के मुताबिक केजरीवाल के आवास पर आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जरवाल ने मुख्य सचिव के साथ बदसुलूकी की.

इस आरोप के बाद आप विधायक प्रकाश जरवाल ने एलजी से मुख्य सचिव के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर क़ानूनी कार्रवाई की माँग की. विधायक का आरोप है कि मुख्य सचिव ने उनके और विधायक अजय दत्त के ख़िलाफ़ जाति-सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया.

लेकिन इस पूरे मामले में तब नया घटनाक्रम जुड़ गया जब सीएम के मीडिया सलाहकारों ने कहा कि दिल्ली सचिवालय पर अफसरों ने मंत्री इमरान हुसैन और आप नेता आशीष खेतान के साथ मारपीट की. इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल सरकार और पार्टी ने मुख्य सचिव के आरोपों को बेबुनियाद बताया और ये भी कहा कि मुख्य सचिव राज्यपाल के इशारों पर काम कर रहे हैं.

अफसरों की मांग

केजरीवाल के घर पर मुख्य सचिव से बदसलूकी के बाद दिल्ली के अफसरों ने पहले हड़ताल का एलान किया था लेकिन थोड़ी देर बाद वो पीछे हट गए. दिल्ली IAS एसोसिएशन और दिल्ली सबऑर्डिनेट बोर्ड के अधिकारियों ने उप राज्यपाल अनिल बैजल के साथ मुलाकात की. अफसरों ने आरोपी विधायक प्रकाश जरवाल को बर्खास्त करने की मांग की. मुख्य सचिव से बदसलूकी पर दिल्ली के अफसरों में काफी नाराजगी है.

दिल्ली के अफसरों का कहना है कि वो हड़ताल पर नहीं हैं, बल्कि वो दफ्तर जाएंगे, लेकिन काम नहीं करेंगे. उनकी मांग है कि जब तक विधायक माफी नहीं मांगते और मुख्य सचिव माफ नहीं कर देते तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे और अपना काम नहीं करेंगे.

एक अफसर डीएन सिंह ने ने कहा कि उनके 30 साल के करियर में ऐसा कभी नहीं हुआ कि मुख्य सचिव के साथ ऐसा सुलूक किया गया हो.

आप की सफाई
अरविंद केजरीवाल ने आरोपों को खारिज किया है और कहा कि ऐसी कोई बदसुलूकी नहीं हुई है. आप नेता आतिशी मारलेना का कहना है, मुख्य मंत्री के आवास पर विधायकों की बैठक थी. मुख्य सचिव ने विधायकों के सवाल के जवाब देने से यह कहकर मना किया कि वो आप के नहीं, एलजी को जवाबदेह हैं.

कुछ विधायकों के खिलाफ मुख्य सचिव ने गंदे शब्द भी इस्तेमाल किए. ये गलत खबर है कि टीवी एड को लेकर मीटिंग में बहसबाज़ी हुई. सारी बहस इस बात को लेकर थी कि कैसे बड़ी संख्या में परिवारों को राशन नहीं मिल रहा है.

आपको बता दें कि बीते साल दिसंबर में प्रकाश को दिल्ली सरकार को मुख्य सचिव नियुक्त किया गया. अधिकारियों के साथ तीखे रिश्ते को लेकर आप की सरकार का इतिहास पुराना है.

साल 2015 में तत्कालीन एलजी नजीबजंग ने शकुंतला गैमलिन को मुख्य सचिव नियुक्त किया था. गैमलिन की नियुक्ति की आम आमदी पार्टी की सरकार ने भारी विरोध किया था.