गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म शोक-संताप में नहीं बल्कि उमंग और उत्साह में विश्वास करता है। होली का पर्व इसी का संदेश देता है। इस पर्व में समरस समाज की स्थापना का भाव निहित है तो साथ ही यह संदेश भी है कि सनातन धर्म सह अस्तित्व में, वसुधैव कुटुम्बकम और सर्वे संतु निरामया में विश्वास करता है।
सभी नागरिकों को होली की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि होली का पर्व उत्साह और उमंग का है। उत्साह और उमंग सुरक्षित, सुखी और समृद्ध समाज में होता है। हमारा समाज सुरक्षित और समृद्ध है, इसीलिए हम सभी उत्साह और उमंग से होली की हजारों वर्षों पुरानी परम्परा को मनाने के साथ अपनी इस विरासत के प्रति कृतज्ञता भी व्यक्त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर जब भी कोई संकट आया, समाज में दुष्प्रवृत्तियां बढ़ीं तो कोई ना कोई ईश्वरीय अवतार भी हुआ है और दुष्प्रवृत्तियों को दूर कर समाज आगे बढ़ता रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि होली का त्यौहार समतामूलक और समरस समाज की स्थापना का भी संदेश है। आपसी वैरभाव को समाप्त कर, सत्य-न्याय के मार्ग पर चलकर ही हम समाज को शक्तिशाली बना सकते हैं। जहां विभाजन होगा वहां समाज शक्तिशाली नहीं हो सकता।
सीएम योगी ने कहा कि इस बार की होली पर उत्साह और उमंग एक नई ऊंचाई पर है। अयोध्या में 495 वर्ष बाद रामलला ने भी होली खेली और आशीर्वाद व कृपा लोगों पर बरसाई। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि बीमार व्यक्तियों को और जो मना करे, उसे रंग न लगाएं। साथ ही नब्बे वर्ष से अधिक समय से निकलने वाली भगवान नरसिंह की रंगभरी शोभायात्रा के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तारीफ की।
सीएम ने उतारी भगवान नरसिंह की आरती, जमकर खेली होली
लोगों को होली की बधाई देने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान नरसिंह की विधि विधान से आरती उतारी। उन्हें नारियल, गुझिया के साथ फूल, रंग, अबीर, गुलाल अर्पित किया। भगवान नरसिंह की पूजा करने के बाद योगी पूरी तरह होलीयाना मूड में आ गए। उन्होंने लोगों के ऊपर जमकर फूल की पंखुड़ियां, अबीर, गुलाल पंखुड़ियां उड़ाईं। देखते ही देखते योगी समेत समूचा जनमानस रंगों में सराबोर हो गया। इस दौरान जय श्रीराम के नारों के बीच उत्सवी उल्लास आसमान पर था।