पुर्तगाल में रविवार को हुए प्रारंभिक आम चुनाव में सेंटर राइट डेमोक्रेटिक अलायंस गठबंधन को जीत मिली है। गठबंधन को 29.5 फीसदी वोट मिले हैं। हालांकि गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार करने में असफल रहा। ऐसे में पुर्तगाल में जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है और अगर बात नहीं बन पाई तो फिर से चुनाव हो सकते हैं। खास बात ये है कि पुर्तगाल के चुनाव में कट्टर दक्षिणपंथी पार्टी चेगा की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल आया है और पार्टी को 18 प्रतिशत वोट मिले हैं। अस्पष्ट नतीजे में चेगा की पार्टी किंगमेकर बनकर उभरी है।
पुर्तगाल में जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू
सेंटर राइट डेमोक्रेटिक अलायंस गठबंधन के नेता लुइस मोंटेन्ग्रो ने सोमवार को जीत का दावा किया, लेकिन उन्होंने कट्टर दक्षिणपंथी पार्टी चेगा से गठबंधन को लेकर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोंटेन्ग्रो के गठबंधन में कई नेता कट्टर दक्षिणपंथी पार्टी के साथ गठबंधन के इच्छुक हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में पुर्तगाल की राजनीति में जोड़-तोड़ का खेल होगा और सरकार गठन में थोड़ा वक्त लग सकता है।
कट्टर दक्षिणपंथी पार्टी बनी किंगमेकर
पुर्तगाल में दशकों से दो पार्टियों सोशलिस्ट पार्टी और सेंटर राइट डेमोक्रेटिक पार्टी की ही सत्ता रही है और यही दोनों पार्टियां बारी-बारी से पुर्तगाल की सत्ता पर काबिज रही हैं। हालांकि इस बार के चुनाव में ये दोनों ही पार्टियां स्पष्ट बहुमत पाने में विफल रही हैं। वहीं आंद्रे वेंचुरा के नेतृत्व में कट्टर दक्षिणपंथी पार्टी चेगा का उभार हुआ है और वह किंगमेकर बनी है। चेगा का गठन महज पांच साल पहले हुआ था, लेकिन कम समय में ही ये पार्टी तेजी से उभरी है और अब तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
बीते साल नवंबर में भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर पीएम एंटोनियो कोस्टा ने इस्तीफा दे दिया था। हालांकि भ्रष्टाचार के आरोप पीएम कोस्टा पर नहीं लगे हैं, लेकिन उनके इस्तीफे से पुर्तगाल में फिर से चुनाव हुए हैं। पुर्तगाल में आर्थिक संकट, घर की बढ़ती कीमतें और खराब होती स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे मुद्दों पर चुनाव हुए।