लखनऊ: कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में गठबंधन में मिली 17 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई। वरीयता के क्रम में किसी सीट पर दो तो किसी पर तीन नाम का प्रस्ताव तैयार किया गया। अमेठी और रायबरेली सीट के लिए अलग से प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें गांधी परिवार का ही उम्मीदवार उतारने की मांग की गई है। बैठक में उदयपुर चिंतन शिविर के संकल्प के अनुसार 50 फीसदी उम्मीदवार एससी, ओबीसी और महिला वर्ग से चयनित करने पर जोर दिया गया।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की मौजूदगी में रविवार को दोपहर बाद प्रदेश कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक हुई। इस दौरान विभिन्न सीट के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम पर विचार किया गया। 17 सीटों के समीकरण और चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों की मतदाताओं में पकड़ आदि को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। अमेठी और रायबरेली से अभी तक किसी भी उम्मीदवार का नाम नहीं भेजा गया है। दोनों जिलों से आए स्थानीय नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का प्रस्ताव राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजने का फैसला लिया गया।
तय किया गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इन दोनों सीटों पर गांधी परिवार से उम्मीदवार तय करें। क्योंकि दोनों लोकसभा सीट पर निरंतर गांधी परिवार से उम्मीदवार की मांग की जा रही है। कमेटी के सदस्यों ने यहां तक कहा कि गांधी परिवार का उम्मीदवार नहीं होने पर इन दोनों सीटों को खोना पड़ सकता है। क्योंकि इससे स्थानीय लोगों की भावना आहत होगी। इस दौरान इंडिया गठबंधन में शामिल सभी दलों के नेताओं एवं पदाधिकारियों से 80 सीटों पर समन्वय रखने और मजबूती से चुनाव लड़ने का फैसला लिया गया।
बैठक में राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम, राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’, विधायक वीरेन्द्र चौधरी, पूर्व सांसद पीएल पुनिया, अनिल यादव, जफर अली नकवी, रवि प्रकाश वर्मा, नसीमुद्दीन सिद्दकी, सुप्रिया श्रीनेत सहित सभी सदस्य मौजूद रहे।
आज आ सकती है उम्मीदवारों की सूची
बैठक में दिए गए सुझाव और प्रस्ताव लेकर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय दिल्ली रवाना हो गए हैं। सोमवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी है। उसमें उत्तर प्रदेश की सीटों पर भी उम्मीदवार घोषित होने की उम्मीद है।