जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में विश्व प्रसिद्ध ‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ शुरू हो गया है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने जयपुर पहुंचे हैं, लेकिन उनके वहां पहुंचते ही विवाद हो गया. शशि थरूर अपनी लाइसेंसी पिस्तौल के साथ जयपुर गए थे, जहां उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया. एयरपोर्ट पर जांच-पड़ताल के दौरान शशि थरूर को करीब 35 मिनट तक एयरपोर्ट पर रोका गया.
गौरतलब है कि फिल्म पद्मावत को लेकर हो रहे विरोध के कारण जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल चर्चा में है. करणी सेना की धमकी के कारण मशहूर लेखक प्रसून जोशी भी इस फेस्टिवल में शामिल नहीं हो पाए. प्रसून जोशी के अलावा भी लेखक जावेद अख्तर भी कार्यक्रम में शामिल होने नहीं पहुंचे हैं. प्रसून जोशी का विरोध इसलिए है कि वो सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष हैं.
बता दें, करणी सेना ने धमकी दी थी कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में अगर जावेद अख्तर और प्रसून जोशी आते हैं तो उनका वही हाल करेंगे जो संजय लीला भंसाली का किया था.
जावेद अख्तर का विरोध क्यों?
दरअसल, जावेद अख्तर ने इस विवाद पर कहा था, ”राजपूत-रजवाड़े अंग्रेजों से तो कभी लड़े नहीं और अब सड़कों पर उतर रहे हैं. ये जो राणा लोग हैं, महाराजे हैं, ये 200 साल तक अंग्रेज के दरबार में खड़े रहे. तब उनकी राजपूती कहां थी? ये तो राजा ही इसीलिए हैं, क्योंकि इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार की थी.”
इसके साथ ही जावेद ने पद्मावती की कहानी को नकली बताया था. जावेद अख्तर ने साहित्य आजतक के सेशन में कहा था, ”मैं इतिहासकार तो हूं नहीं. मैं तो जो मान्य इतिहासकार हैं उनको पढ़कर आपको ये बात बता सकता हूं.’ बता दें, 25 जनवरी से जयपुर में लिटरेचर फेस्टिवल हो रहा है, इसमें देश विदेश से हजारों की संख्या में लोग शिरकत करेंगे.