बंगलूरू: कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू जल संकट के दौर से गुजर रही है। देश की आईटी राजधानी कहे जाने वाले शहर में लोग पानी की बूंद-बूंद को भी तरस रहे हैं। हालात यहां तक आ गए हैं कि कर्नाटक जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड ने कई कामों में पेयजल के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। जिसके बाद से ही भाजपा खासा आक्रामक दिखाई दे रही है। वहीं भाजपा के आरोप पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
हमने कई कठोर कदम उठाए हैं- शिवकुमार
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि 16,000 बोरवेल में से 7,000 बोरवेल ने काम करना बंद कर दिया है। हम लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। बीडब्ल्यूएसएसबी, बीबीएमपी और नोडल अधिकारी इस पूरे मामले को देख रहे हैं। एक बोर्ड होगा, यह देखने के लिए कि वैध जल प्रदाता टैंकर और अवैध प्रदाता कौन हैं, जो अधिक शुल्क ले रहे हैं।
‘झुग्गियों में मुफ्त पानी पहुंचा रहे और BJP कर रही राजनीति’
पानी के संकट पर बोलते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि हम झुग्गियों में मुफ्त पानी उपलब्ध करा रहे हैं। भाजपा इसमें राजनीति कर रही है और हमें भाजपा के आरोपों की कोई चिंता नहीं है। भाजपा जानबूझकर राजनीति कर रही है। यह राजनीति है, जो भाजपा खेल रही है। हम तमिलनाडु को कोई पानी नहीं दे रहे हैं और हमने जारी नहीं किया है।