पश्चिम एशिया में इस्राइल और हमास के बीच पांच महीने से अधिक समय से युद्ध जारी है। अब तक 30 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। गाजा में गहराते मानवीय संकट पर संयुक्त राष्ट्र भी चिंता जाहिर कर चुका है। हिंसक संघर्ष में अमेरिका की भूमिका भी चर्चा में है। ताजा घटनाक्रम में इस्राइल से जुड़े एक सवाल पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपना आपा खो बैठे। इस साल के अंत में होने वाले आम चुनावों से पहले इस बर्ताव को उनकी हताशा और निराशा के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल, गुरुवार रात स्टेट ऑफ द यूनियन को संबोधित करने के बाद बाइडन ने हाउस चैंबर में सीनेटर माइकल बेनेट और डी कोलो के साथ बात की। इस दौरान बेनेट ने उन्हें भाषण के लिए बधाई दी। बातचीत के दौरान विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और परिवहन मंत्री पीट बटिगिएग भी मौजूद थे।
इस दौरान बेनेट ने राष्ट्रपति बाइडन से गाजा में बढ़ती मानवीय चिंताओं पर नेतन्याहू पर दबाव डालने के लिए आग्रह किया। इसपर बाइडन ने कहा कि मैंने बीबी से कहा है। इसे मत दोहराओ। तभी पास खड़े राष्ट्रपति के सहयोगी ने उन्हें सचेत करते हुए धीरे से कहा कि कमरे के माइक्रोफोन चालू हैं। इस पर बाइडन ने कहा कि मैं यहां हॉट माइक पर हूं।
मीडिया को मजाकिया अंदाज में दिया जवाब
शुक्रवार को मीडिया ने उनसे पूछा कि आपको क्या लगता है कि नेतन्याहू को मानवीय पीड़ा कम करने के लिए प्रयास करना चाहिए। इस पर बाइडन ने मजाकिया अंदाज में कहा कि लगता है कि आप लोगों ने हमारी बातचीत सुन ली है।
गौरतलब है कि बाइडन ने गुरुवार को इस्राइली सरकार से आग्रह किया कि हमास को खत्म करने के साथ-साथ गाजा के लोगों की पीड़ा पर भी ध्यान दिया जाए। मेरा मानना है कि मानवीय सहायता सौदेबाजी का हिस्सा नहीं हो सकती है। अमेरिकी सेना वहां सहायता की क्षमता बढ़ाने पर चर्चा कर रही है।