ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन के बेसिन रिजर्व में चल रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन अपने बल्ले से कबूतर का लोगो हटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह दिन के शुरुआती सत्र में हुआ, जब ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 13 रन से आगे खेलना शुरू किया। खेल शुरू होने के तुरंत बाद ही ख्वाजा का बल्ला टूट गया था।
कैमरे पर रिकॉर्ड हुए ख्वाजा
ऐसा ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 19वें ओवर में हुआ जब 37 वर्षीय सलामी बल्लेबाज ने बल्ला टूटने के बाद उसे बदलने का इशारा किया। 12वें खिलाड़ी मैथ्यू रेनशॉ बल्ले का एक सेट लेकर मैदान में दौड़ लगाई। ख्वाजा ने सभी बल्लों को टेस्ट किया और फिर एक पर सहमत दिखे। हालांकि, उस पर एक लोगो ने लोगों का ध्यान खींचा। दरअसल, उस पर डव (कबूतर) का लोगो लगा हुआ था, जो कि मानवाधिकार के संदेश को दर्शाता है। ऐसे में ख्वाजा को उसे हटाना पड़ा। ऐसा करते हुए वह कैमरे पर रिकॉर्ड हो गए।
पहले भी विवाद में रह चुके ख्वाजा
इससे पहले दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गाजा में मानवीय संकट के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए बॉक्सिंग डे टेस्ट में अपने बल्ले पर ‘डव’ का लोगो दिखाने के ख्वाजा के आवेदन को खारिज कर दिया था। इससे पहले आईसीसी ने सीरीज के शुरुआती मैच के दौरान काली पट्टी पहनने के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पर उपकरण नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। हालांकि ख्वाजा ने बाद में स्पष्ट किया था कि यह ‘व्यक्तिगत शोक’ के कारण था।