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अच्छी सेहत के लिए जरूरी है विटामिन-मिनरल्स, पर शरीर में इसकी अधिकता के नुकसान जानते हैं आप?

विटामिन-मिनरल्स और पोषक तत्वों से भरपूर आहार शरीर को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए आवश्यक है। पौष्टिक आहार की मदद से शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति की जा सकती है। पर कहीं अधिक लाभ के लिए आप भी तो स्वयं से विटामिन सप्लीमेंट नहीं लेते हैं? अगर हां तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अच्छी सेहत के लिए विटामिन-मिनरल्स जरूरी हैं पर शरीर में इसकी अधिक के कई नुकसान हो सकते हैं।

नियमित रूप से अगर आप विटामिन और मिनरल्स के लिए सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं तो ये कई प्रकार के दुष्प्रभावों का कारक भी हो सकता है। उदाहरण के लिए विटामिन सी-डी जैसे तत्व इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से सुरक्षा देते हैं, पर विटामिन सी की अधिकता दस्त और पेट में ऐंठन जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।

पोषक तत्वों की अधिकता और कमी

डॉक्टर कहते हैं, अब तक कई शोध में इस बात पर चिंता जताई जाती रही है कि दुनियाभर में अधिकांश लोगों को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाता है। इसकी पूर्ति के लिए कुछ लोग सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं। पर अगर आप बिना डॉक्टरी सलाह के सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं तो इसकी अधिकता कई प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकती है। आइए ऐसे ही कुछ पोषक तत्व के लाभ और इसकी अधिकता के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में जानते हैं।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

काउंसिल फॉर रिस्पॉन्सिबल न्यूट्रिशन के वैज्ञानिक एंड्रयू शाओ कहते हैं, यदि आप बेसिक मल्टीविटामिन ले रहे हैं, तो बहुत अधिक डरने की कोई जरूरत नहीं है। पर कुछ पोषक तत्वों की अधिकता के दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

सेलेनियम की शरीर को नियमित रूप से आवश्यकता होती है। प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने से लेकर, बालों और नाखूनों के स्वस्थ्य विकास और थायराइड ग्रंथि से हार्मोंन्स के स्राव को व्यवस्थित रखने के लिए ये जरूरी है। पर अगर शरीर में इसकी मात्रा अधिक हो जाए तो इसके कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, थकान और तंत्रिकाओं से संबंधित क्षति की दिक्कत भी हो सकती है।

विटामिन-सी की अधिकता या कमी

आपके शरीर के सभी हिस्सों में ऊतकों की वृद्धि और उसकी मरम्मत के लिए विटामिन-सी की आवश्यकता होती है। यह कोलेजन नामक एक महत्वपूर्ण प्रोटीन को बनाने में भी मदद करता है, इम्युनिटी सिस्टम को ठीक रखने और कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों से बचाने के लिए भी विटामिन सी जरूरी है, पर अगर सप्लीमेंट्स के कारण शरीर में इसकी मात्रा अधिक हो जाए तो इसके कारण पेट में जलन, ऐंठन या सूजन के साथ अक्सर थकान, अनिद्रा और सिरदर्द बने रहने की भी दिक्कत हो सकती है।

विटामिन-ई का अधिकता

विटामिन-ई, शरीर में एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करती है। सूजन-रोधी प्रक्रियाओं में इसकी भूमिका होती है, प्लेटलेट के स्तर को ठीक रखने और बालों-कोशिकाओं को ठीक रखने के लिए भी विटामिन-ई जरूरी है। पर शरीर में अगर इसकी मात्रा अधिक हो जाती है तो इसके कारण मांसपेशियों में कमजोरी, थकान, मतली और दस्त का खतरा हो सकता है। विटामिन-ई टॉक्सिसिटी शरीर में रक्तस्राव का भी कारण बन सकती है।