महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में शुक्रवार को भाजपा विधायक नीलेश राणे के काफिले पर कुछ अज्ञात लोगों ने पथराव कर दिया। भाजपा विधायक के काफिले पर पथराव से रत्नागिरी के चिपलून में तनाव बढ़ गया है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। सरकार ने घटना के जांच आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
क्या है मामला
शुक्रवार को रत्नागिनी के चिपलून में भाजपा कार्यकर्ताओं और शिवसेना उद्धव ठाकरे के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। यह झड़प शिवसेना (यूबीटी) के विधायक भास्कर जाधव के कार्यालय के बाहर हुई। इस झड़प के दौरान स्थिति को बिगड़ती देख पुलिस ने बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर किया।
इसी दौरान भाजपा विधायक और पूर्व सांसद नीलेश राणे का काफिला भी वहीं से गुजर रहा था। भाजपा कार्यकर्ताओं और शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं की झड़प के बाद कुछ अज्ञात लोगों ने नीलेश राणे के काफिले पर भी पथराव कर दिया। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ। फिलहाल पुलिस आरोपियों की पहचान करने में जुटी है और घटना की जांच कर रही है।
डिप्टी सीएम ने दिए जांच के आदेश
घटना पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘इस तरह के हमलों से विपक्ष की खीज दिख रही है। चिपलून की घटना में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।’ नीलेश राणे दिग्गज नेता नारायण राणे के बेटे हैं।
राणे परिवार और भास्कर जाधव में पुरानी है अदावत
दरअसल भाजपा के वरिष्ठ नेता नारायण राणे और शिवसेना यूबीटी विधायक भास्कर जाधव के बीच पुरानी अदावत है। साल 2022 में भी भास्कर जाधव ने नारायण राणे के खिलाफ विवादित बयानबाजी की थी। जिस पर नारायण राणे और उनके दोनों बेटों नीलेश राणे और नीतेश राणे ने शिवेसना यूबीटी विधायक भास्कर जाधव के खिलाफ पलटवार करते हुए चेतावनी दी थी। इस पर भास्कर जाधव ने नीलेश राणे और नीतेश राणे के खिलाफ भी विवादित बयानबाजी की थी। इसके बाद भास्कर जाधव के चिपलून स्थित बंगले पर पथराव हुआ था।