सबसे बड़ी सरकारी भर्ती परीक्षा में शहर में शनिवार और रविवार को तीन लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ रहेगी। आरक्षी नागरिक पुलिस (सिपाही) भर्ती के परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों का रेला रहेगा। दोनों दिन दो-दो पालियों में परीक्षा होगी। इसके लिए 113 केंद्र बनाए गए हैं। दो दिनों में 2 लाख 74 हजार 944 अभ्यर्थियों के परीक्षा में शामिल होने का अनुमान है।
सिपाही भर्ती के लिए पूरे प्रदेश में करीब 48 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ रहे हैं। किसी भी भर्ती परीक्षा में शामिल होने वालों की यह सबसे अधिक संख्या है। लखनऊ में भी अब तक परीक्षार्थियों की संख्या करीब एक लाख तक जाती रही है। शनिवार को दो पालियों में 1.36 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
शुक्रवार शाम से ही अभ्यर्थियों का लखनऊ आना शुरू हो गया। पुलिस अफसरों ने रात में ही मोर्चा संभाल लिया। परीक्षार्थियों के लिए रेलवे व रोडवेज ने विशेष इंतजाम किए हैं। बस अड्डों व रेलवे स्टेशनों पर हेल्पडेस्क बनाई गई हैं।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिपाही भर्ती परीक्षा की तैयारियां शुक्रवार को पूरी कर ली गईं। हेल्पडेस्क को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बैठक की। परीक्षार्थियों के लिए चारबाग और कैसरबाग बस अड्डे से 100 अतिरिक्त रोडवेज बसें विभिन्न रूटों पर चलाई जाएंगी।
वहीं परीक्षा केंद्रों तक अभ्यर्थियों को ले जाने व वापस रेलवे स्टेशन व बस अड्डों तक लाने के लिए 103 सिटी बसों को लगाया गया है। परिवहन निगम ने चारबाग और लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन के साथ ही बस अड्डों पर हेल्पडेस्क बनाई हैं। यहां से परीक्षार्थी ट्रेन, बस व सिटी बसों की जानकारियां ले सकेंगे। कैसरबाग बस डिपो के एआरएम अरविंद कुमार को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है।
दो घंटे पहले ही परीक्षा केंद्रों वाले रूटों पर चलने लगेंगी सिटी बसें
दोनों दिन पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली की दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक होगी। परीक्षा शुरू होने के दो घंटे पहले सिटी बसें परीक्षा केंद्र वाले रूटों पर चलेंगी। वहीं परीक्षा खत्म होने के बाद सिटी बसों से परीक्षार्थियों को बस अड्डे और रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया जाएगा।
अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी
संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल की ओर से रेलवे को भेजे गए पत्र के जवाब में उत्तर रेलवे की ओर से तैयारियों के बाबत जानकारी दी गई। रेलवे प्रशासन के अनुसार एडीआरएम शिवेंद्र शुक्ल को नोडल अफसर बनाया गया है। जो व्यवस्थाओं पर पैनी नजर रखेंगे। परीक्षार्थियों की भीड़ के दबाव को देखते हुए अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी। हर दो घंटे पर रेलवे स्टेशनों पर परीक्षार्थियों की भीड़ की रिपोर्ट अफसर भेजेंगे। इसी रिपोर्ट पर दो घंटे के भीतर परीक्षार्थी स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसको लेकर रेलवे ने तैयारी पूरी कर ली है।