ग्रीस संसद ने ऐतिहासिक परिवर्तन के साथ समलैंगिक विवाह को वैध बनाने वाले एक कानून को आखिरकार मंजूरी दे दी है। ग्रीस अब विवाह समानता स्थापित करने वाला पहला बहुसंख्यक रूढ़िवादी ईसाई देश बन गया है। तमाम संगठन इस फैसले को ग्रीस में मानवाधिकारों के लिए ऐतिहासिक जीत के तौर पर देख रहे हैं। ग्रीस की संसद में कानून को लेकर वोट हुई, 300 सांसदों में से 176 ने प्रस्ताविक कानून को पक्ष में वोट दिया, जबकि 76 सांसद इस कानून के खिलाफ थे।
मानवाधिकारों के लिए एक मील का पत्थर- ग्रीस प्रधानमंत्री
ग्रीस संसद द्वारा ऐतिहासिक कानून पारित होने के बाद से एलजीबीटीक्यू+ समुदायों में खासा उत्साह है। इन समुदायों से संबंधित संगठनों ने इस कानून के पारित होने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि महीनों के ध्रुवीकृत राजनीतिक और सार्वजनिक प्रवचन का परिणाम है। ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा, यह मानवाधिकारों के लिए एक मील का पत्थर है, जो आज के ग्रीस को दर्शाता है। प्रगतिशील और लोकतांत्रिक देश, यूरोपीय मूल्यों के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
यह अधिकारी की लड़ाई थी, जिसे हमने जीत लिया- एंड्रिया गिल्बर्ड
एथेंस प्राइड के संस्थापक सदस्य एंड्रिया गिल्बर्ट ने कहा, हमने एक अदृश्य, हाशिए पर रहने वाले समुदाय के रूप में शुरुआत की। हमने वोट देना जारी रखा। अपने करों का भुगतान किया। तमाम अभियान चलाया। कानून निर्माण के लिए आधार प्रदान करता है। यह युवा जोड़ों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह कानून समलैंगिक जोड़ों को गोद लेने और पूर्ण माता-पिता की मान्यता प्राप्त करने की अनुमति देगा।
समलैंगिक जोड़ों भी ले सकेंगे बच्चों को गोद
एक दशक पहले वामपंथी सिरिजा सरकार के तहत समलैंगिक जोड़ों के लिए नागरिक भागीदारी की शुरुआत की थी, लेकिन उन संबंधों में बच्चों के केवल माता-पिता को ही कानूनी अभिभावक के रूप में मान्यात दी गई थी। अब समानलैंगिक जोड़े को भी माता-पिता के रूप में मान्यात दी जा सकती है। ग्रीस में समलैंगिक जोड़ों को भी गोद लेने का अधिकार दिया गया है, लेकिन वे सरोगेसी के जरिए बच्चा पैदा नहीं कर सकते।