राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा कई मायने में अलग होगी। गोदौलिया से रथयात्रा रूट पर पहली बार कोई कांग्रेस नेता राजनीतिक यात्रा करेगा। पं. जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी समेत किसी भी नेता ने बनारस में इस रूट पर कोई राजनीतिक यात्रा नहीं की है। 17 फरवरी को राहुल गांधी बाबा विश्वनाथ के दरबार में चौथी बार हाजिरी लगाएंगे।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा 17 फरवरी को पड़ाव से गोलगड्डा पहुंचेगी। खुली जीप में सवार होकर राहुल गांधी विशेश्वरगंज के रास्ते होते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना होंगे। संभावना है कि बीच रास्ते में वह पैदल भी चलेंगे। कांग्रेस नेता अनिल श्रीवास्तव अन्नू ने बताया कि गोदौलिया से लक्सा, रथयात्रा, गुरुबाग होते हुए मंडुवाडीह के रास्ते पर अभी तक कोई भी कांग्रेसी नेता ने कोई यात्रा नहीं की है। राहुल गांधी पहले कांग्रेसी नेता होंगे जो इस रूट पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालेंगे।
परनाना और दादी का था बनारस से गहरा लगाव
देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का बनारस से गहरा लगाव था। पं. नेहरू ने तो 1910 से 1950 तक बनारस की कई यात्राएं कीं। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उनका बनारस आना जाना लगा रहता था। वहीं इंदिरा गांधी ने भी बनारस की राजनीतिक और धार्मिक यात्राएं की थीं।
राहुल गांधी के परनाना पं. जवाहर लाल नेहरू पहली बार 1910 में अपने पिता पं. मोतीलाल नेहरू के साथ बनारस आए थे। इसके बाद 1921 में काशी विद्यापीठ के स्थापना समारोह में पहुंचे थे। इसके बाद 1942 और 1946 में वह बनारस पहुंचे थे। आजादी के बाद बतौर प्रधानमंत्री पं. नेहरू 1950 और 1952 में काशी आए थे।