Thursday , November 7 2024
Breaking News

हल्द्वानी हिंसा को लेकर विपक्ष का BJP पर ध्रुवीकरण करने का आरोप, भाजपा ने बताया साजिश

भाजपा के कई सांसदों ने शुक्रवार को उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए हिंसा को षड़यंत्र बताया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। वहीं शिवसेना नेताओं ने भगवा पार्टी पर लोकसभा चुनाव में लाभ के लिए ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है।
गुरुवार को हुए हिंसा को लेकर भाजपा के राज्य सभा सांसद हरनाथ यादव ने कहा, ‘हल्द्वानी की घटना एक साजिश है। इसमें बम, देशी पिस्तौल और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। सरकारी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया गया। दंगाइयों को देखते ही उन्हें गोली मारने का आदेश देना चाहिए। उनके साथ नरमी बरतने की कोई जरूरत नहीं है।’

उत्तर प्रदेश के सांसद ने कहा कि उत्तराखंड सरकार को सभी घरों की तलाशी लेनी चाहिए और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने इसके लिए भाजपा द्वारा बनाए गए ध्रुवीकरण को जिम्मेदार ठहराया है।

शिवसेना नेता ने कहा भाजपा की ध्रुवीकरण का परिणाम
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘जब इरादा सिर्फ ध्रुवीकरण का हो तो यही होता है। कर्फ्यू लगा दिया गया है। मणिपुर की घटनाओं को देखिए। हर राज्य में भाजपा ने ऐसी स्थिति बना दी है, जहां उन्हें ध्रुवीकरण से लाभ मिले। मुझे उम्मीद है कि गृह मंत्री संज्ञान लेंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘अगर पुलिस पर हमला किया जा रहा है तो यह बहुत शर्मनाक है। यह दर्शाता है कि भाजपा शासित प्रदेशों में गुंडागर्दी का बोलबाला है।’

राज्य सभा सांसद बृज लाल ने कहा कि अतिक्रमण हटाना सही है। यहां तक की पहाड़ों में भी उन्होंने मजारें बना रखी है। उन्होंने आगे कहा, ‘हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत हिंसा में शामिल लोगों को जेल में डाल देना चाहिए। उत्तराखंड सरकार ऐसा जरूर करेंगी। यह एक साजिश है, यह खुद से शुरू नहीं हो सकता है।’ सांसद ने हिंसा के दौरान फायरिंग नहीं करने के लिए उत्तराखंड पुलिस की सराहना भी की है।

भाजपा ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण साजिश
भाजपा सांसद अशोक बाजपेयी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और साजिश बताया है। उन्होंने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इसे देखकर ऐसा लग रहा है कि यह कोई साजिश थी। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार पर्चों को फाड़ दिया गया था। पथराव, पेट्रोल बम और फायरिंग की गई है। इस घटना में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।’