अमेरिका के अलबामा में हत्या के दोषी एक व्यक्ति को नाइट्रोजन गैस से मारने पर हंगामा हो गया है। व्हाइट हाउस ने भी इस तरह से मौत की सजा देने पर चिंता जाहिर की है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन ने भी इसे निर्दयी तरीका बताते हुए इसकी तीखी आलोचना की है।
व्हाइट हाउस ने मौत के इस तरीके पर जताई चिंता
व्हाइट हाउस ने इस पर कहा कि नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल चिंताजनक है। हम इससे बेहद दुखी और व्यथित हैं। अमेरिका में जहर का इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी जाती है, लेकिन अलबामा, ओकलाहामा और मिसिसिपी में नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने का प्रावधान है। अलबामा के अटॉर्नी जनरल स्टीव मार्शल ने केनेथ स्मिथ को नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि सबकुछ प्रोफेशनल तरीके से किया गया और हम आगे भी इस तरीके से कैदियों को मौत की सजा देंगे।
मौत से पहले बहुत तड़पा था केनेथ
केनेथ स्मिथ को साल 1988 में पादरी की पत्नी की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में मौत की सजा दी गई थी। गुरुवार को केनेथ को फेसमास्क के जरिए नाइट्रोजन गैस सुंघाकर मौत की सजा दी गई। केनेथ की मौत की सजा के दौरान मौजूद रहे लोगों ने भी इसे बेहद भयावह करार दिया। उन्होंने बताया कि नाइट्रोजन गैस शरीर में जाने के दो से चार मिनट बाद केनेथ बहुत तड़पा था, इसके बाद उसने भारी-भारी सांस ली और फिर उसकी मौत हो गई। इस पूरी प्रक्रिया में पांच मिनट का समय लगा।
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन के प्रमुख वोल्कर टर्क ने नाइट्रोजन गैस से मौत देने के तरीके पर चिंता जताई और इसे प्रताड़ना, निर्दयता, अमानवीय बताया। संयुक्त राष्ट्र संगठन की प्रवक्ता रविना शमदासानी ने मौत की सजा पर ही रोक की मांग उठाई और कहा कि 21वीं सदी में भी ऐसे तरीकों का इस्तेमाल गलत है। यूरोपीय यूनियन ने भी मौत के इस तरीके की आलोचना की और कहा किसी को भी इस तरह से मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए।
पादरी की पत्नी की हत्या का दोषी था केनेथ
केनेथ स्मिथ ने साल 1988 में अपने साथी जॉन पार्कर के साथ मिलकर पादरी की पत्नी एलिजाबेथ सेनेट की हत्या की थी। इस हत्या की सुपारी एलिजाबेथ के पति ने ही केनेथ और पार्कर को दी थी। पार्कर को साल 2010 में ही जहर का इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी जा चुकी है। वहीं नवंबर 2022 में केनेथ को भी इसी तरीके से मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन इंजेक्शन लगाने के लिए नसें ना मिलने की वजह से उस वक्त केनेथ की मौत की सजा टल गई थी।