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अयोध्या में राम मंदिर के नाम पर 1400 करोड़ का चंदा घोटाला, अखाड़े के खुलासे से घिरा VHP

लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर की नींव भी नहीं खुदी और घोटाले पर महाभारत शुरू हो गया।  राम मंदिर निर्माण के चंदे को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और निर्मोही अखाड़े आमने-सामने हैं। विश्व  हिन्दू परिषद पर निर्मोही अखाड़े ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि राम मंदिर के नाम पर 1400 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है।  उधर  विश्व हिंदू परिषद की तरफ से इन आरोपों का खंडन करते हुए विनोद बंसल ने कहा कि राम मंदिर के लिए विहिप ने कभी किसी से एक पैसा नहीं लिया।  1964 से विहिप आस्तित्व में आई है और हर साल ऑडिट होता है। हमारे पास एक-एक पैसे का हिसाब है.

मुसलमानों के पक्ष में काम कर रहे फर्जी न्यास

निर्मोही अखाड़े के संत सीताराम ने कहा कि रामलला यानि निर्मोही अखाड़ा और निर्मोही अखाड़ा यानि रामलला। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।  उन्होंने दावा किया कि जितने फर्जी न्यास बने हैं वो मुसलमानों को मजबूत करना चाहते हैं।

संत सीताराम ने कहा कि विहिप ने राम मंदिर निर्माण के नाम पर घर-घर जाकर ईंट मांगी और पैसा जुटाया। अब तक करीब 1400 करोड़ रुपये जुटाकर संगठन के नेता डकार गए।

उन्होंने कहा, “हम लोग राम जी के पुत्र हैं. उनके सेवक हैं हमें पैसे की पेशकश नहीं हुई कभी भी। पैसे खाकर बैठे हैं नेता लोग.”

संतराम ने कहा कि  इसी पैसे से सरकार बनाई गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी वादाखिलाफी का आरोप लगाया। कहा कि  योगी जी ने भी कह दिया कि हमारी ओर से कोई पहल नहीं है।  राम के नाम पर सरकार बनाई है, और अब पीछे हट गए हैं.”