पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव होने हैं। उससे पहले सियासी दलों के एक दूसरे पर हमले तेज हो गए हैं। इस बीच, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ, सर्वोच्च न्यायालय और शक्तिशाली सेना पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि नवाज ‘दो अंपायरों’ के समर्थन से चुनाव लड़ रहे हैं और उनमें से एक अंपायर ने हाल ही में पीटीआई को चुनाव से किनारे करने के लिए ‘नो बॉल’ का संकेत दिया है।
पसंद के अंपायरों के साथ मैच खेलते हैं नवाज
सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी को उसके क्रिकेट बैट के चुनाव चिह्न वंचित किया है। इसको लेकर इमरान खान ‘लंदन प्लान’ को जिम्मेदार ठहराया। एक प्रमुख दैनिक अखबार की खबर के मुताबिक, खान ने तोशाखाना मामले में सुनवाई के बाद रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल के बाहर पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, नवाज अपने पसंद के अंपायरों के साथ मैच खेलते हैं।
उच्चतम न्यायालय पर साधा निशाना
पीटीआई प्रमुख ने उच्चतम न्यायालय के आदेश का जिक्र करते हुए कहा, परसों एक अंपायर ने नो-बॉल दी थी। सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी पार्टी को उनके क्रिकेट बैट के चुनाव चिह्न से वंचित किया है। इमरान खान सेना और शीर्ष अदालत को अंपायर बता रहे हैं, जो रिकॉर्ड चौथी बार नवाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने की हिमायत कर रहे हैं।
शीर्ष अदालत ने ईसीपी के फैसले को बरकरार रखा
गौरतलब है कि चुनाव आयोग (ईसीपी) ने पिछले साल 22 दिसंबर को पीटीआई के लिए क्रिकेट बैट को चुनाव चिह्न को रद्द कर दिया था। हालांकि, बाद पेशावर उच्च न्यायालय ने पीटीआई के लिए इस चुनाव चिह्न को बहाल कर दिया था। इसके बाद ईसीपी ने उच्च न्यायालय के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी। फिर सर्वोच्च न्यायालय ने ईसीपी के फैसले को बरकरार रखा।